मुजफ्फरपुर में चार कांडों सहित समस्तीपुर में दर्जनों कांड के साथ नेपाल, झारखण्ड के धनबाद के साथ राजस्थान के भिवाड़ी में अपराध को अंजाम देने वाला कुख्यात बन चुके अपराधी रमेश ठाकुर पर बिहार पुलिस इनाम की प्रक्रिया में तीन लाख तक का इनाम की पहल की. मुजफ्फरपुर में भी 50 हजार का इनाम है घोषित वहीँ 3 लाख के लिए पुलिस मुख्यालय प्रस्ताव भेजा गया है.
बैंक लूट, सोना लूट, हत्या ऐसे वारदात में चर्चित हुआ रमेश ठाकुर का रहने का ठीक से आशियाना नहीं, लाखों करोड़ो के लूट को अंजाम देता रहा, न सिर्फ देश में विदेश से ले कर भारत के अन्य राज्य में लूट, हत्या ऐसे अपराध को अंजाम दे रहा था.
समस्तीपुर एसपी के द्वारा गठित पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर जेल भेजा।

अपराधी से पहले रमेश ठाकुर था किस कोतवाल का स्पाई ?
कल्याणपुर थाना में वर्ष 2012 में एक कांड दर्ज हुआ था 102/12 जिसमे रमेश ठाकुर 341/323/379/504/34 ipc में अभियुक्त बना था उसके बाद उसके खिलाफ कोई मामला नजर नहीं आया 2018 तक, इसके पीछे वजह क्या रहा ? 2018 तक नेपाल के जेल में रहा ऐसा समस्तीपुर पुलिस बता रही है, नेपाल में ताबरतोड़ तीन लूट की घटना की बात सामने आ रही है, सूत्रों की मानें तो नेपाल जेल से छूटने के बाद रमेश ठाकुर स्थानीय थाना के एक कोतवाल का बन गया था स्पाई, इस दौरान वह अवैध वसूली में भी शामिल रहता था. चौंकाने वाली बात ये है दीपावली हो या होली थाना कर्मियों के साथ ही मनाता था रमेश। थाना में अपने हाथ से बना कर मटन चिकन का पार्टी करने लगा. समय बदला और फिर 2019 से एक – एक कर अपराध को अंजाम देते हुए इंटरनेशनल अपराधी बन गया. लेकिन समस्तीपुर पुलिस के तत्कालीन व्यवस्था में पुलिस के पकड़ में नहीं आया, सवाल बड़ा है आखिर वह कोतवाल कौन थे ?

नेपाल में सोना लूट में हुआ था गिरफ्तार – भागे थे साथी
रमेश ठाकुर नेपाल में सोना लूट की घटना किया, लूट के घटना के बाद पकड़ा गया था रमेश ठाकुर उसके साथी भागने में कामयाब हो गए थे, नेपाल से भाग मुजफ्फरपुर और फिर समस्तीपुर और फिर भूमिगत हो गए थे रमेश के सहयोगी अपराधी, सूत्रों की माने तो इस घटना के बाद 20 लाख की रकम इसके एक साथी के पास था जो देने में आनाकानी किया तो उसे बीच मैदान में गोली मार फरार हो गया था रमेश, इस गोली बारी में उसके अन्य साथी भी मौजूद थे जो उसके पिस्टल के निशाने पर थे

बिहार के साथ झारखण्ड के धनबाद में रमेश का था आपराधिक नेटवर्क
समस्तीपुर और मुजफ्फरपुर को केंद्र बना रखा रमेश ठाकुर इतना शातिर बनता चला गया की दूसरे प्रदेश में भी अपना नेटवर्क स्थापित कर लिया था. मुजफ्फरपुर के सकरा में घटित अपराध में उसका नाम आने के बाद तत्कालीन एसएसपी जयंत कांत के द्वारा जब नकेल कसा जाने लगा तो वह मुजफ्फरपुर हीं नहीं समस्तीपुर से भी फरार हो धनबाद और बोकारो के साथ नेपाल में सेंटर लेने लगा, इसी दौरान धनबाद के बैंक मोड़ स्थित मुथूट गोल्ड लोन (Muthoot Fincorp Gold Loan) में डकैती के लिए पहुंचा तो पुलिस मुठभेड़ के दौरान एक साथी मारा गया वहीँ मोहम्मद आसिफ को गिरफ्तार कर लिया गया था
धनबाद के धनसार चौक के पास गुंजन ज्वेलर्स में गोली बारी करते हुए दो किलो के आस पास सोना लूट को अंजाम दिया था रमेश ठाकुर गैंग ने. बिहार से स्कॉर्पियो पर सवार होकर धनबाद गए अपराधियों ने लूट के घटना के बाद बोकारो फरार हो गए थे.
रमेश ठाकुर का आपराधिक मनोबल का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है की इसी घटना के तीन दिन बाद मुथूट गोल्ड लूट करने पहुँच गया था.
धनबाद में धनसार थाना कांड संख्या 165/22. और बैंक मोड़ थाना कांड संख्या 219 और 220/22 दर्ज है

जैमर के साथ दिल्ली नेपाल यूपी तक के नेटवर्क के साथ किया था राजस्थान में बैंक लूट
राजस्थान के भिवाड़ी में एक बैंक लूट की घटना को अंजाम देने के लिए अपने अन्य राज्य के अपराधियों का साथ लिया था रमेश ठाकुर। करीब 95 लाख एक निजी बैंक से लूट किया गया था, इस मामले में बैंक डकैती के बाद इसके अन्य राज्य के चार साथी एक महिला के साथ गिरफ्तार किए गए थे, तत्कालीन एसपी सांतनु कुमार के नेतृत्व में हुई कार्रवाई में पांच पिस्टल, दो लाख 67 हजार रुपया के साथ स्कार्पियों गाड़ी, जैमर, 40 गोली बरामद किया गया था, वहीं इस मामले में रमेश ठाकुर राजस्थान पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा था और फरार रहा है, इसके खिलाफ कांड संख्या 420/22 दर्ज है

पारिवारिक स्थिति बद से बदतर
रमेश ठाकुर भले अपराध के क्षेत्र से लाखों रुपया और सोना लूटता रहा पर उसका परिवार मुफलिसी की जिंदगी जीने को विवश है, एक भाई आज भी सैलून चलाता है, एक युवती को प्रेम जाल में फंसा उसी के साथ रमेश रहता है. कपड़ो का शौकीन काफी हाई प्रोफाइल व्यवस्था खुद रहता है. चूँकि पुलिस का स्पाई रह चुका है ऐसे में उसे नेपाल में रहते भी पुलिस की गतिविधि की जानकारी मिलती रहती है ऐसा चर्चा है. रमेश ठाकुर के गिरोह में कई सदस्य है जिसमें प्रमुख रूप से आसिफ, प्रभात चौधरी हैं,
मुजफ्फरपुर पुलिस लेगी रिमांड पर – सिटी एसपी

मुजफ्फरपुर के कांड में फरार रमेश ठाकुर के खिलाफ सकरा में कांड संख्या 534-547-632-634 दर्ज हैं जो 2021 में पुलिस द्वारा घटित अपराध के बाद आरोपी बनाया गया था.
मुजफ्फरपुर सिटी एसपी अरविन्द प्रताप सिंह ने बताया कि मुजफ्फरपुर पुलिस द्वारा भी रमेश ठाकुर पर 50 हजार का इनाम घोषित था. 3 लाख के इनाम के लिए पुलिस मुख्यालय आईजी स्तर से प्रस्ताव भेजा गया है.
समस्तीपुर पुलिस द्वारा गिरफ़्तारी हुई है, मुजफ्फरपुर पुलिस जिला में रमेश ठाकुर के खिलाफ दर्ज मामले में उसे रिमांड करेगी।