मुजफ्फरपुर में सिटिंग एमपी अजय निषाद का पत्ता काटने के बाद NDA उम्मीदवार राज भूषण चौधरी को घोषित कर दिया। राजभूषण चौधरी अपना बायोडाटा सोशल साइट पर वायरल कर खुद को स्थानीय होने के प्रमाण दे कर मोदी की लहर में मैदान में उतरे है. उम्मीदवार ऐसे, जिन्हे ये भी जानकारी नहीं है कि बिहार में NDA की सरकार में बेला औद्योगिक क्षेत्र में लगातार उद्योग लग रहे है और 15 वर्ष पूर्व वाला बेला नहीं है. अब यहाँ रोजगार के कई साधन के साथ लगातार फैक्ट्रियां खुल रही है.
निर्दलीय नहीं लड़ेंगे चुनाव अजय निषाद : सूत्र
मुजफ्फरपुर से निर्दलीय चुनाव नहीं लड़ेंगे अजय निषाद। सूत्रों की माने तो अजय निषाद के पास राजद से ऑफर है चुनावी जंग में लालटेन के साथ उतरने के लिए.
ऐसे में पूर्णिया के तर्ज पर मुजफ्फरपुर में भी फंसेगा पेंच। चर्चा है की कांग्रेस के खाते में महागठबंधन से सीट गया है, ऐसे में अगर राजद अजय निषाद को अपना उम्मीदवार बना दिया तो फंसेगा पेंच।
सूत्रों की मानें तो तेजस्वी यादव के आगमन का इंतजार अजय खेमा को है

अजय निषाद का विरोध के बावजूद है जबरदस्त समर्थन
अजय निषाद की बात करें तो दो बार लगातार सांसद रहते हुए काफी आलोचना और विरोध भी है, बावजूद इसके अजय निषाद मतदाताओं के समीकरण में राज भूषण से आगे हैं. वहीं मोदी लहर की बात करें तो उसका कुछ ख़ास फायदा राज भूषण को नहीं मिलता दिख रहा है वर्तमान स्थिति में. साफ़ है की भाजपा में कुछ वर्ष पूर्व आगमन हुआ और फिर टिकट ले चुनावी दंगल में हैं. जिस क्षेत्र से लड़ने वाले हैं चुनाव उस क्षेत्र से पूर्व में भी चुनाव लड़ हार के साथ जो विदा हुआ थे फिर तीन वर्ष नजर नहीं आए थे वह यहाँ की जनता भूली नहीं है.

फिलहाल अजय निषाद पर ही नजर है सभी का, अगर गठबंधन से आए तो राज भूषण चौधरी के लिए बड़ी चुनौती बनेंगे। वहीं कांग्रेस से अगर उम्मीदवार बिजेंद्र चौधरी का आगमन होता है तो मोदी लहर के नाम पर राज भूषण के लिए रास्ता साफ़ हो जाएगा.
खबर है की अंतिम रूप सीट बंटवारे का शुक्रवार को दिया जाएगा, इसके बाद साफ़ हो जाएगा की कांग्रेस कहाँ से और राजद कहाँ से चुनावी दंगल में अपना उम्मीदवार देंगे। वहीं कुछ सीट पर राजद पहले ही अपना उम्मीदवार दे चुका है