Bpsc TRE 3.0 के प्रश्नपत्र लीक मामले में EOU का खुलासा – अंतरराज्यीय प्रश्नपत्र लीक गिरोह के मास्टरमाइंड Dr. शिव ने दिया अंजाम

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Bpsc TRE 3.0 के प्रश्नपत्र लीक मामले में अब तक इस कांड में कुल 279 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गयी है। काण्ड का अन्य आयामों जैसे कि वित्तीय अनुसंधान, छापेमारी, अन्य गिरफ्तारियां, परीक्षा संचालन की कड़ी में शामिल अन्य लोगों की भूमिका के संबंध में अग्रतर अनुसंधान जारी है।
हजारीबाग एवं पटना से गिरफ्तार 266 के अतिरिक्त अन्य अभियुक्तों का नाम एवं पता
01. शिव कुमार उर्फ डॉ शिव उर्फ बिट्टू, पे०-संजीव कुमार सा०-बलवा शाहपुर, थाना-नगरनौसा, जिला-नालंदा
02. बल्ली उर्फ संदीप कुमार पे०-रणवीर पासवान सा०-गोसाई मठ थाना-नगरनौसा, जिला-नालंदा
03. प्रदीप कुमार पे०-सूर्य मणी  प्रसाद सा०-बलया, थाना-नगरनौसा, जिला-नालंदा
04. तेज प्रकाश पे०-कृष्णदेव प्रसाद थाना-कराय परसुराय जिला-नालंदा
05. सौम्या कुमारी पे०-स्व० संजय कुमार, थाना-कंकड़बाग, जिला-पटना।
06. राहुल कुमार गुप्ता पे०-तारकेश्वर प्रसाद सा० जमुआव बरथरा थाना करंडा जिला-गाजीपुर, उत्तर प्रदेश।
07. सुमित कुमार सिंह पे०-सनोज कुमार सा०-कुंज थाना-रोह जिला-नवादा
08. रमेश पासवान पे०-विजेन्द्र पासवान, सा० व थाना-गुरारू जिला-गया
09. राहुल पासवान पे० कृष्णा पासवान सा०-सिंघारा थाना दुल्हिन बजार जिला-पटना 10. रामभवन पासवान पे०-स्व० ललन पासवान सा०-बरनी थाना-धनरूआ जिला-नालंदा
11. श्रीनिवास चौधरी पे० राजबल्ली चौधरी, सा०-सोनाव, थाना कुदरा जिला-कैमूर वर्तमान- एम०आई०जी० सेक्टर 3 ब्लॉक 1/17 भूतनाथ रोड, थाना अगमकुआं जिला-पटना
12. अवधेश कुमार पे० नवल प्रसाद, सा० लोदीपुर थाना चंडी जिला-नालंदा 13. शिवाकांत सिंह पे० श्रीकांत सिंह सा०-नवादा बेन थाना उदयंत नगर जिला-भोजपुर
15 मार्च 2024 को आयोजित बी०पी०एस०सी० शिक्षक भर्ती परीक्षा के तीसरे चरण TRE-3.0 के पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई, बिहार पटना द्वारा गठित विशेष टीम द्वारा जाँच के क्रम में दिनांक 14.03.2024 को पटना एवं 15.03.2024 को हजारीबाग (झारखण्ड) में छापेमारी की गई थी, जिसमें पेपर लीक से संबंधित अभियुक्तों एवं अभ्यर्थियों सहित कुल 266 की गिरफ्तारी की गई थी। इस संदर्भ में आर्थिक अपराध इकाई, बिहार पटना थाना काण्ड सं0-06/2024 दिनांक-16.03.2024, धारा-40/467/468/471/120(B) भा०द०वि० एवं 3/10 बिहार परीक्षा नियंत्रण अधिनियम 1981 व 66 आई०टी० एक्ट 2000 दर्ज किया गया था।
काण्ड के त्वरित अनुसंधान एवं शामिल सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु अपर पुलिस महानिदेशक, आर्थिक अपराध इकाई, बिहार पटना द्वारा पुलिस उप-महानिरीक्षक आर्थिक अपराध इकाई, बिहार पटना के निर्देशन में एक विशेष टीम का गठन किया गया था जिसका नेतृत्व पुलिस अधीक्षक (साइबर एवं अभियान) आर्थिक अपराध इकाई बिहार पटना द्वारा किया। तत्काल कई टीमों को इनकी गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया गया।
डॉ० शिव पूर्व में भी 2017 में NEET-UG के परीक्षा पत्र लीक काण्ड का अभियुक्त रहा है
 इस संदर्भ में पत्रकार नगर थाना काण्ड सं0-224/17 दिनांक 07.05.2017 दर्ज है। पत्रकार नगर थाना के कांड में इसका सह अपराधकर्मी शुभम मंडल उर्फ शिवम मंडल पे०-सुशील मंडल सा० खगौल अफसर कॉलोनी थाना-खगौल, जिला-पटना के साथ यह लगातार कई महत्वपूर्ण सरकारी संस्थानों की प्रतियोगिता परीक्षाओं में प्रश्न पत्र लीक/फर्जीवाड़ा के काण्डों को अंजाम देता आ रहा है। इसी वर्ष राज्य उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक काण्ड में इन दोनो की संलिप्तता सामने आई है। इस अंतरराज्यीय गिरोह के तार राज्य उत्तर प्रदेश, झारखंड, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, बिहार एवं अन्य कई राज्यों से जुड़े हैं।
लगातार कई राज्यों व जिलों में छापामारी एवं लंबे आसूचना संकलन के बाद अंततः गठित टीम को डॉ० शिव कुमार की गिरफ्तारी में सफलता मिली। टीम द्वारा 01. डॉ० शिव कुमार को राज्य मध्य प्रदेश के जिला उज्जैन से गिरफ्तार किया गया। इसके साथ इसके गिरोह के अन्य चार शातिर अपराधियों 02. बल्ली उर्फ संदीप कुमार पे० रणवीर पासवान, 03. प्रदीप कुमार पे०-सूर्यमणि प्रसाद, 04. तेज प्रकाश पे०-कृष्णदेव प्रसाद एवं 05. सौम्या कुमारी पे०-स्व० संजय कुमार की भी गिरफ्तारी उज्जैन से हुई।
गिरफ्तार अभियुक्तों ने कई चरणों के सघन पूछताछ में कई महत्वपूर्ण खुलासे किये। जिसके आधार पर कांड का उद्भेदन किया जा सका। उन्होंने बताया कि ये कई वर्षों से प्रश्नपत्र लीक करवाने के धंधे में लगे है, जिससे इन्हें मोटी कमाई होती है। ये लगातार इस टोह में रहते है कि किस राज्य के किस प्रिंटिंग प्रेस में प्रश्न पत्र छप रहा है एवं प्रश्नपत्रो का Transportation किस प्रकार किया जाना है। वहाँ के कर्मचारियों से ये मोती राशि पर सौदा तय करते है एवं प्रश्न पत्र प्राप्त हो जाने पर उन्हें अभ्यर्थियों को परीक्षा से पूर्व निर्धारित स्थानों जैसे Hotels/Resorts/Banquet halls/Safe Houses इत्यादि में ले जाकर उसका उत्तर याद करवा देते है तथा वहाँ से उन्हें अपनी अभिरक्षा में ही सीधे परीक्षा केन्द्र पहुँचा दिया जाता है। बी०पी०एस०सी० TRE 3.0 की परीक्षा में इन्हें पता चल गया था कि प्रश्न पत्र के Transportation का कार्य D.T.D.C. कोरियर कंपनी द्वारा किया जाना है, जिसमें कुछ गाड़ियों एक प्राइवेट व्यक्ति श्रीनिवास चौधरी से भी Hire किया जाना है। श्रीनिवास चौधरी अक्सर कई लॉजिस्टिक कंपनियों को अपनी गाड़ियों उपलब्ध करवाते हैं। तत्काल उन्होंने राहुल पासवान जो कि मोहल्ला मिर्धा मिर्ची थाना बाईपास जिला-पटना स्थित Zenith logistics pvt. ltd. कोरियर कंपनी में मुंशी था, को बडे मुनाफे का लालच देकर तैयार किया कि वह श्रीनिवास चौधरी को मैनेज करे।
दिनांक-12.03.2024 को राहुल पासवान ने श्रीनिवास चौधरी को अपने साथ मिलाकर पटना से जिला नवादा में प्रश्न-पत्र ले जाने के क्रम में ही पेटी से निकालकर उन्हे स्कैन करने की योजना बना ली। जैसे ही D.T.D.C. Patna से श्रीनिवास चौधरी के वाहनों पर प्रश्न पत्र की पेटियों लोड होने के बाद निकली, उसके जिला नवादा हेतु प्रश्न पत्र लेकर जाने वाले ड्राइवर रामभवन पासवान को भी श्रीनिवास एवं राहुल द्वारा इस कार्य हेतु मोटे रकम का लालच देकर तैयार कर लिया गया। जैसे ही नियत समय पर गाड़ी बुद्धा फैमिली रेस्टोरेंट नगरनौसा पहुंची और चालक द्वारा रेस्टुरेंट में गाड़ी खड़ी कर दी गई। यहाँ योजनानुसार पूर्व से ही डॉ० शिव, संजीव कुमार उर्फ संजीव मुखिया (शिव के पिता) एवं इनके गिरोह के कई सदस्य मौजूद थे, जिनके द्वारा होटल मालिक अवधेश कुमार के जानकारी में प्रश्न पत्र की पेटी को specialized tools के माध्यम से खोलकर प्रश्न पत्र को स्कैन कर लिया गया। उल्लेखनीय है कि विशेष टीम द्वारा इस गिरोह के कुछ specialized tools जब्त भी किये गये है।

गिरोह को प्रश्न पत्र प्राप्त होते ही विभिन्न माध्यमों से गिरोह के अन्य सदस्यों के पास पहुँचा दिया गया। जिसे वे पूर्व से तयशुदा राशि दस लाख से बारह लाख रुपये प्रति अभ्यर्थी पर हजारीबाग के कोहिनूर बैंकेट हॉल में सैकड़ों अभ्यर्थियों को प्रश्नों के उत्तर याद करवा दिये गए।

तत्काल इस खुलासे के बाद गठित टीम द्वारा कई जिलों में निरंतर छापेमारी कर zenith logistics pvt ltd के दो मुशियों 06. राहुल पासवान एवं 07. रमेश पासवान 08. zenith logistics के ड्राइवर रामभवन पासवान एवं 09. शिवाकांत सिंह 10. D.T.D.C. कोरियर कंपनी के vendor श्रीनिवास चौधरी 10. बुद्धा फैमिली रेस्टोरेंट नगरनौसा के अवधेश कुमार को भी गिरफ्तार किया गया। इन सभी से भी पूरी घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ किया गया जिससे कई महत्वपूर्ण जानकारियों प्राप्त हुई हैं। इनके द्वारा पूर्व में भी ऐसे मामलों में शामिल होने के प्रमाण प्राप्त हुये है जिनके संबंध में जांच एवं सत्यापन का कार्य किया जा रहा है।

इस गिरोह के पास से कुछ पेन ड्राइव भी बरामद हुए हैं जिनमें transportation/ logistics companies के गोपनीय डाटा भी पाया गया है, जिसका विश्लेषण किया जा रहा है।

इन सभी के द्वारा बताये गया कि इनके अन्य सह अपराधकर्मियों की गिरफ्तारी हेतु लगातार कई जिलों में छापेमारी जारी है। अनुसंधान के दृष्टिकोण से अन्य अपराधकर्मियों के नाम गोपनीय रखे जा रहे है।

अग्रतर पता चला कि सी०एस०बी०सी० (बिहार पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा) प्रश्न-पत्र लीक मामला 2023 में ट्रांसपोर्ट का कार्य D.P. world कंपनी को मिला था। जिनके द्वारा पुनः यह जिम्मेदारी zenith logistics Pvt. Ltd पटना को दिया गया था। इस काण्ड में zenith logistics के ही दो मुंशी क्रमशः राहुल पासवान एवं रमेश पासवान और दो ड्राइवर रामभवन पासवान एवं शिवाकांत सिंह को गिरफ्तार किया गया है। इसके आधार पर सी०एस०बी०सी० (बिहार पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा) प्रश्नपत्र लीक मामले में भी महत्वपूर्ण सुराग प्राप्त हुए हैं।

उल्लेखनीय है कि सी०एस०बी०सी० (बिहार पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा) 2023 में Zenith Logistics Pvt. Ltd पटना के गिरफ्तार दोनों मुंशी क्रमशः राहुल पासवान एवं रमेश पासवान खुद अभ्यर्थी भी थे जिनकी परीक्षा दिनांक 01.10.2023 एवं 15.11.2023 को निर्धारित थी।

सुनसंधान में जिन Transport Companies के नाम सामने आये हैं जैसे D.T.D.C., Zenith logistics Pvt. Ltd, D.P. world इन सभी के द्वारा निर्धारित Security protocols का पालन नहीं करना पाया गया है।

विभिन्न आयोगों के द्वारा संचालित प्रतियोगिता परीक्षाओं के Printers/Transport companies/Warehouse/Logistics की जानकारियों अत्यंत ही गोपनीय होती हैं व कुछ चुनिंदा लोगों के पास ही होती हैं। गिरोह के द्वारा इस जानकारी को कैसे प्राप्त किया गया इस संबंध में भी सुराग प्राप्त हुये है, जिसके आधार पर अग्रतर साक्ष्य एकत्रित कर अनुसंधान किया जा रहा है एवं उपरोक्त संबंध में बी०पी०एस०सी० से अतिरिक्त जानकारी हेतु पत्राचार किया गया है।

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