उत्तर बिहार में सोना डकैती कांड करने वाले थे अपराधकर्मी,
अपराधियों द्वारा सीतामढ़ी और हाजीपुर सहित अन्य जगह पर रेकी कर ली गयी थी. रेकी के बाद अब डकैती कांड को अंजाम देना था. पुलिस को गुप्त सूचना और तकनीकी इनपुट पुख्ता मिला हुआ था. इनपुट मिलते वैशाली पुलिस सक्रिय हो गयी थी. करीब तीन दिनों तक पुलिस दिन – रात एक कर घटना को रोकने के लिए लगातार प्रयास में जुटी हुई थी.
इधर दूसरी तरफ सीतामढ़ी में भी इसी गिरोह द्वारा घटना किए जाने की योजना की सूचना पर सीतामढ़ी पुलिस भी नाकेबंदी कर रखा था. मुजफ्फरपुर वैशाली बॉर्डर पर आते – आते इस गिरोह के सदस्य पुलिस रडार से बच जा रहे थे.
बड़ी चुनौती थी पुलिस के लिए की घटना से पूर्व इन अपराधकर्मियों को शिकंजे में लिया जाए. वैशाली पुलिस आखिर डकैती कांड को रोकने में कामयाब रही

गंगा ब्रिज थाना क्षेत्र से हुई तीन गिरफ़्तारी
दिन के उजाले में पुलिस रडार से बच रहे अपराधकर्मी अंततः शाम में बुधवार को पुलिस के हत्थे चढ़ गए.
डीआईयू और अन्य थाना की पुलिस टीम के द्वारा गंगा ब्रिज थाना क्षेत्र के कुवारी गाँव में योजना बनाने के लिए जमे तीन अपराधकर्मी की गिरफ़्तारी की गयी. इनके पास से NDPS एक्ट से सम्बंधित सामान के साथ देशी कट्टा बरामद किया गया. इन तीनो के निशानदेही पर एक अन्य अपराधकर्मी गिरफ्तार किया गया.

सुमित था मास्टर माइंड, हाल में छूटा था जेल से
सुमित कुमार उर्फ़ जमुहा गंगाब्रिज थाना क्षेत्र का रहने वाला है. पूर्व में लूट कांड में जेल गया था हाल ही में जेल से छूटा था,
सुमित के मोबाइल में कई स्वर्ण दुकान का फोटो एवं अन्य साक्ष्य मिला है जिससे ये साफ़ है की डकैती की पूरी योजना से पूर्व रेकी के दौरान इन सभी के द्वारा वीडियो बनाया जाता है. घटना के वक़त नए लड़को को जो शामिल किया जाता है उसे लूट से पूर्व घटना करने वाले स्थल का वीडियो दिखा दिया जाता है
वैशाली पुलिस के सक्रियता से उत्तर बिहार में बड़ा सोना लूटकांड होने से पूर्व रोकने में वैशाली पुलिस को कामयाबी मिली है