बिहार राज्य में साइबर अपराधों से संबंधित घटनाओं में हो रही निरंतर वृद्धि के मद्देनजर एवं साइबर अपराधों के त्वरित निष्पादन एवं रोकथाम हेतु राज्य में कुल 44 साईबर थाना की स्थापना की गयी है। आर्थिक अपराध इकाई, बिहार, साइबर अपराधों से संबंधित सभी मामलों के लिए राज्य की नोडल एजेंसी है।
वर्ष 2020 से मार्च 2024 तक ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी के कुल 70166 शिकायत प्रतिवेदित हुए है, जिसमें रू0-39918.6 लाख रुपये की राशि का फ्रॉड प्रतिवेदित हुआ है, जिसके विरुद्ध कुल 4212.08 लाख रुपये की राशि को Hold कराया गया हैं, जो कुल प्रतिवेदित राशि का 10.55 प्रतिशत हैं।
NCRP Portal पर बिहार राज्य से संबंधित प्रतिवेदित ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी से संबंधित शिकायतों के आलोक में संबंधित जिलों द्वारा की जा रही कार्रवाई की सतत निगरानी, साइबर अपराध के विरुद्ध सुदृढ़ कार्रवाई एवं जिलों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के उद्देश्य से माह जनवरी 2024 से मार्च 2024 तक प्रतिवेदित शिकायतों के आलोक में संबंधित जिलों द्वारा की जा रही कार्रवाई के संबंध में NCCP पोर्टल पर उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर समीक्षा करते हुए विभिन्न मानकों के अनुरूप बिहार के सभी जिलों की रैंकिंग का निर्धारण किया गया है, जिसमें साइबर अपराध के विरुद्ध विभिन्न मानकों में कार्रवाई में बिहार के पाँच उत्कृष्ट जिले निम्नवत हैं-
NCRP Portal पर दर्ज शिकायतों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने में बिहार के पांच उत्कृष्ट जिलों में सारण प्रथम स्थान पर हैं। उसके बाद क्रमशः नालंदा, शेखपुरा, गोपालगंज एवं गया का स्थान है। साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी की संख्या के अनुसार बिहार के पाँच उत्कृष्ट
जिलों में से नालंदा प्रथम स्थान पर हैं। उसके बाद क्रमशः सीतामढ़ी, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, औरंगाबाद का स्थान हैं। ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी से संबंधित शिकायतों में Hold कराई गई राशि के विरुद्ध पीड़ित को Refund कराई गई राशि के अनुसार पाँच उत्कृष्ट जिलों में औरंगाबाद प्रथम स्थान पर हैं। उसके बाद क्रमशः नालंदा, लखीसराय, जहानाबाद, अररिया का स्थान हैं।
इस प्रकार NCRP Portal पर बिहार राज्य से संबंधित प्रतिवेदित ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी से संबंधित शिकायतों के विरुद्ध विभिन्न मापदंडों में समेकित रूप से उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जिलों में नालंदा प्रथम स्थान पर हैं। इसके बाद क्रमशः पटना, सहरसा, औरंगाबाद एवं गोपालगंज का स्थान हैं।