मुजफ्फरपुर में पुलिस को दी जाती सूचना – और…. फिर पुलिस का खौफ दिखा होती वसूली “खुलासा वसूली गैंग”

pmbnewsweb
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मुजफ्फरपुर में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. इसमें तस्करो से होती है वसूली, वह भी पुलिस का खौफ दिखा कर वसूल लिए जाते बड़ी रकम, रकम के वसूली के लिए पुलिस के तर्ज पर होती जामा तलाशी वसूली गैंग के द्वारा. ये वसूली वर्दी वाले कतई नहीं करते, वसूली करने वाले होते हैं दबंग टाइप के लोग, इस वसूली में न सिर्फ पुलिस बदनाम होती है कुछ प्रतिष्ठित संस्थान भी हो रहा  बदनाम।
पुलिस सूत्र और कथित घटना स्थल के स्थानीय प्रत्यक्षदर्शियों के द्वारा जो खुलासा सामने आया है, उसमे साफ़ है कि दबंग लोग एक रैकेट बना कर इस वसूली गैंग को कर रहे हैं संचालित
मुजफ्फरपुर के एनएच किनारे या फिर ग्रामीण इलाके से गुजरने वाले गैर कानूनी रूप से आयात – निर्यात वाले ट्रक, पिकअप, कंटेनर हो रहे हैं वसूली गैंग के शिकार, अपने शिकार को तलाश में लगे रैकेट के लोग सड़क किनारे खड़े वाहनों को होटल, ढाबा, या चाय की दुकान से टारगेट करते हैं और उसके बाद रास्ते में समूह बना उसे रोक कर पुलिस का खौफ दिखाते हुए वसूली के लिए पटकथा तैयार करते हैं. बात बनती नहीं देख ये गिरोह के सदस्य स्थानीय थाना को कॉल लगाते हैं और जल्द पहुँचने के लिए गुहार लगा देते हैं. साथ ही सोशल मीडिया पर अनैतिक, गैरकानूनी कारोबार का हवाला देते हुए फोटो वीडियो वायरल करते हैं. पुलिस को इस दौरान बार – बार कॉल किया जाता कोतवाल के सरकारी नंबर पर. लाजमी है पुलिस को पहुँचने पर थोड़ी देरी होती है. पुलिस की देरी वसूली गैंग के लिए वरदान साबित होता है और फिर वसूले जाते हैं बड़ी रकम और पुलिस के पहुँचने से पूर्व वाहन को छोड़ दिया जाता है वसूली गैंग के द्वारा। हाल में हुए दो ऐसे मामलों के बाद जब तफ्तीश किया गया कि थाना में मामला दर्ज क्यों नहीं हुआ ? तो जो जानकारी छन कर सामने आयी वह चौंकाने वाला निकला। अब देखना दिलचस्प होगा वसूली गैंग जो एक बड़े रैकेट को रूप में विस्तारित हो चूका है वह पुलिस के तफ्तीश में कब बेनकाब  होते हैं
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