आर्थिक अपराध इकाई, बिहार, पटना राज्य में आर्थिक एवं साइबर अपराधों पर प्रभावी रोकथाम के लिए राज्य स्तरीय नोडल एजेंसी एवं बिहार पुलिस की विशिष्ट इकाई है … तकनीक के विकास के साथ-साथ साइबर अपराधों में वृद्धि के दृष्टांत सामने आ रहे हैं, लगातार साइबर अपराध के मामले सामने आते रहते हैं … इसमें देखा जा रहा है भौतिक अपराध डिजिटल अपराध में परिवर्तित हो रहे हैं … आर्थिक अपराध इकाई द्वारा बढ़ते साइबर अपराध को चैलेंज के रूप में लिया गया है … इस मामले में एडीजी आर्थिक अपराध इकाई नैयर हसनैन खान के के नेतृत्व में लगातार कार्रवाई जारी है
कुख्यात साइबर ठग पिंटू कैसे बनाता था शिकार
पिन्टू कुमार अपने मोबाइल में एम क्लोनर प्रो एप का प्रयोग कर कई ई० कामर्स कम्पनियों यथा-आमेजन, फ्लीपकार्ट, मोबीक्विक, स्नैपडील आदि ढेर सारे ई० कामर्स वेबसाईटों का क्लीन एप बनता था … Auto buy OTP website का प्रयोग कर किसी भी आम जनता के मोबाईल नम्बर का OTP प्राप्त कर अमेजन, फ्लिपकार्ट, मोबिक्विक, स्नैपडील आदि का फर्जी अकाउंट बना कर बनाता था आम लोगों को शिकार … फिर उक्त बनाये गये अमेजन अकाउंट से आर्डर करते हैं और प्रथम ऑर्डर पर अमेजन के द्वारा दिया जाना वाला कैशबैक प्राप्त करते हैं और इस प्रकार से पिन्टू कुमार गलत तरीके से पैसा कमाने का तरीका अपना रखा था जो साइबर अपराध के श्रेणी में आता है

EOU ने किया दो एफआईआर – खुले कई राज
आर्थिक अपराध इकाई द्वारा EOU थाना काण्ड सं0-32/ 2022 दिनांक 26.09.2022 धारा-419/420 भाद०वि० एवं धारा 66(c)/ B6(0) आई० टी० एक्ट 2000 के अनुसंधान के क्रम में पिंटू कुमार से पूछताछ एवं जांच आर्थिक अपराध इकाई टीम को कई जानकारी सामने आयी … इस मामले में पिन्टू कुमार, उम्र 28 वर्ष, पे०-गौरी शंकर प्रसाद कुशवाहा, सा०-बरोहिया, मो० चौबे टोला, थाना- चनपटिया जिला-बेतिया, प० चम्पारण एवं इनके गिरोह के अन्य अज्ञात सदस्य के विरुद्ध आर्थिक अपराध थाना कांड संख्या 37 / 2022 दिनांक 17.11.22 धारा 419/420/ 467/468/471 /120 (बी) / 34 भा०द०वि० एवं धारा-66 / 66 (C) /6B(D) आई० टी० एक्ट 2000 दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया है … अभियुक्त पिन्टू कुमार को पूछताछ के बाद EOU थाना से न्यायिक हिरासत में अग्रसारित करते हुए जेल भेजा गया … अभियुक्त पिंटू कुमार के पास से 14 मोबाइल सेट, मोबाइल का सिम 19 पीस, एक बैंक का पासबुक, डेबिट कार्ड दो वहीं 05 चेक बुक बरामद किया गया है … इस मामले में EOU टीम के द्वारा आगे कार्रवाई जारी है .. इस गिरोह से जुड़े और भी गिरफ़्तारी आगे होने की उम्मीद है …