बिहार में शराबबंदी के बाद से ही अलग अलग तरीके के साथ अपने कारोबार को कर रहे हैं … ग्रामीण क्षेत्र से एक तस्वीर सामने आयी है …. तस्वीर मुजफ्फरपुर की बताई जा रही है, जिला मुख्यालय के पास के ग्रामीण इलाके के थाना के पीछे और बगल में उपजाऊ जमीन से शराब की उपज हो रही है … इस उपज के वजह से भोले भाले ग्रामीण जो भूमि स्वामी हैं वह न सिर्फ बदनाम हो जाएंगे नाहक में शराब अधिनियम के तहत मुकदमा भी झेल सकते हैं

सूत्रों की माने तो यह इलाका शराब कारोबारियों के लिए सुरक्षित क्षेत्र माना जाता है … इस इलाके में ट्रक भी पकड़े गए शराब के, या फिर कहें तो शराब के बड़े बड़े कारोबारी गिरफ्तार किए गए, आप जान कर हैरान हो जाएंगे जितनी बड़ी बरामदगी हुई या गिरफ़्तारी हुई वह जिला ALTF के द्वारा की गयी कार्रवाई में हुई … हाँ ये जरूर है आँखें बंद कर ही सही कोतवाल तस्वीर अपनी खिंचवा कर ख़बरों में खुद को चमकाने में कामयाब हो जाते हैं … खबर ये भी जिला का एक बड़ा शराब कारोबारी जो शहरी क्षेत्र से पुलिस के खौफ से फरार हो इसी इलाके में अपने कारोबार को वृहत रूप से चलाने में कामयाब हो रहा है … कारोबारी ऐसा की पेठिया से मटन और बांध इलाके वाले क्षेत्र से मछली की खरीद कर एक दो मंजिले भवन के पीछे वाले भवन में पार्टी भी देता है अपने कारोबार के सहयोगी लोगों को … पार्टी के साथ मुलाकात और क्या क्या होता है यह तो भौकाल वाले समझे जो तस्वीर में आगे रहते हैं …