मुजफ्फरपुर नगर निगम वार्ड पार्षद पद के लिए होने वाले चुनाव से पूर्व बड़ा खुलासा सामने आया है … ये पहला मामला नहीं है इससे पूर्व पिछले चुनाव में भी मिठनपुरा थाना क्षेत्र में एक बूथ के सामने वार्ड पार्षद के ठिकाने पर तत्कालीन डीएम धर्मेंद्र सिंह और तत्कालीन एसएसपी विवेक कुमार ने छापेमारी कर ऐसा ही खुलासा किया था … एक बार फिर 2022 नगर निकाय चुनाव से पूर्व एक बड़ा मामला सामने आया है … हद तो ये है इस मामले में जिस शख्स का नाम आ रहा है वह शख्स उक्त वार्ड में उम्मीदवार रह चुका है … अभी तीन फर्जी वोटर का नाम सामने आया है अगर निष्पक्ष जांच होती है तो न जाने मुजफ्फरपुर के हर वार्डों में कितना फर्जी वोटर सामने आ जाएंगे

फर्जी वोटर बना रहे है उम्मीदवार
वार्ड 20 में इस गोरखधंधे की परतें तब खुली जब विदेशी नागरिक बने वोटर मामले में तफ्तीश शुरू किया गया .. तफ्तीश में जो बातें सामने आयी है उसके बाद ये साफ हो गया की न सिर्फ वार्ड 20 में नगर निगम क्षेत्र के अन्य वार्डों में भी ये खेल हो चुका है … फर्जी वोटर के घुसपैठ कराने में वैसे लोग शामिल हैं जिन्होंने ने पिछले चुनाव में शिकस्त झेला है या फिर वैसे भी हो सकते हैं जो अपने वार्ड में कार्य तो कुछ नहीं करते लेकिन फर्जी वोटर के बैसाखी पर धनबल के ताकत से चुनाव जीत जाते हैं

कैसे बनाया तीन फर्जी वोटर ?
मुजफ्फरपुर के वार्ड 19 के एक निजी स्कूल में कार्यरत एक शख्स के परिवार के तीन सदस्य को बना दिया गया वार्ड 20 का वोटर …. गेरी क्लौडे लोबो, अन्ना लोबो, और शाने चार्ल्स लोबो ये वह तीन नाम है जिसे वार्ड 20 का वोटर लिस्ट में जोड़वा दिया गया जुगाड़ कर ..
इस मामले में महेश महतो डोमा पोखर सूतापट्टी निवासी और माधुरी गुप्ता ने इन तीनों से संपर्क किया और फिर उन्हें फर्जी तरीके से वार्ड 20 का वोटर बना दिया … इन तीनो फर्जी वोटर का मूल पता वार्ड 19 है जो इन सभी के आधार कार्ड पर अंकित है … इस मामले में अब एसडीओ से शिकायत किया है फर्जी वोटर बने पीड़ितों ने .. फर्जी वोटर बने लोगों ने आरोप लगाया है कि महेश महतो और माधुरी बिचौलिया बन गलत ढंग से मतदाता सूचि में नाम जोड़वा दिया
अब देखना दिलचस्प होगा कि इन तीन फर्जी वोटर के अतिरिक्त अन्य वार्ड में भी जांच होती है या फिर इन्ही तीन वोटर तक जांच सिमित रह जाती है