‘अनसुनी कहानी’ के “पिटारा” से आज बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय से जुड़ी एक रोचक और अनसुनी कहानी ले कर आए है … आप जान कर हैरान हो जाएंगे कि गुप्तेश्वर पांडेय ऐसे शख्स को भी किसी ने उठाया और पटक दिया …
गुप्तेश्वर पांडेय स्नातक की शिक्षा ग्रहण कर रहे थे करीब चार दशक से पूर्व … स्नातक की परीक्षा दे कर अपने हॉस्टल से भाग कर अयोध्या चले गए थे … दिल में साधु बनने की लालसा में नवाबगंज में पहुंचे … तुलसी राम शालिग्राम धर्मशाला में रहने पहुंचे …. धर्मशाला में पांडेय जी को जगह नहीं मिली फिर क्या धर्मशाला के बाहर एक खाट पर सो गए … उन दिनों छात्रों ने धर्मशाला के करीब उन्हें लिट्टी खिलाया … खाट पर गुप्तेश्वर पांडेय सो रहे थे इसी बीच मध्य रात्रि एक शराबी आया और सोए अवस्था में गुप्तेश्वर पांडेय को खाट सहित उठाया और पटक दिया … शराबी खाट ले कर भाग गया … जमीन पर आ गए गुप्तेश्वर पांडेय अब एक नाला के बगल में बने चबूतरे पर रात गुजारने को हुए थे मजबूर

वक्त एक फिर आया अयोध्या का भिक्षाटन छोड़ फिर वापस आए और आईपीएस तक का सफर तय कर कुशल नेतृत्व के साथ पुलिस विभाग में सेवा देते हुए लोकप्रिय छवि के साथ वीआरएस ले फिर अद्यात्म की और रुख किए और आज प्रवचन के साथ ईश्वर आराधना में जुटे हुए है … अयोध्या प्रवास के दौरान बाबा गुप्तेश्वर जी महाराज एक बार फिर उसी जगह पहुंचे थे जिस जगह पटक दिए गए थे और पूर्व के यादों में खोते हुए भावुक दिखे …