बिहार में भ्रष्टाचार चरम पर है … “बोली की गोली” में आज जैसे व्यंग्य को लेकर आए हैं उससे साफ़ है की आने वाले वर्षों में निगरानी और EOU का बढ़ेगा भार …. सूबे के मुखिया नीतीश कुमार लाख प्रयास कर लें लेकिन कुछ ऐसे लोग हैं जिनका नाता भ्रष्टाचार से हटने का नाम नहीं ले रहा है …
उत्तर बिहार में नए बैच के एक दरोगा जी इन दिनों काफी नाम कर रहे हैं … हद तो ये है इन पर कार्रवाई तो दूर अंकुश भी नहीं लगता … खबर है फंसाने और पकड़ने छोड़ने के खेल में माहिर दरोगा जी इन दिनों काफी तेजी से जमीन खोज में जुटे हैं … थाना में कोतवाल की कुर्सी अभी नहीं मिली है JSI के रूप में योगदान दे कारनामों के बीच चर्चित दरोगा जी के जमीन चाही … पहली पोस्टिंग में एक दरोगा जी के ई …. ई … ई हाल बा तो सोची कुछ और अइसन होइ तो का हाल होइ … बिहार के निगरानी और EOU के कार्रवाई करते करते पद और सृजन करे के होइ विभाग में …. जय हो अइसन लोग के जे पुलिस विभाग के बदनाम तो करे में बाज नइखे आबे लं और झोली भरे में कामयाब बारण