मुजफ्फरपुर के एसएसपी जयंत कांत का नाम के कांत शब्द के कई रूप अपराधियों के लिए कांटा बना हुआ है …अपराध मुक्त के क्षेत्र में कांत का आतंक अपराधी के सर में बैठा हुआ है …. कांत से शांत अपराधी क्यों आ गए हलचल में ? इसी सवाल का जवाब “बोली की गोली” में ले कर आए हैं …. अपराधी जेल में हैं या दूसरे जिले या राज्य में .. डेढ़ वर्ष और फेर दो वर्ष पूर्ण होने के कार्यकाल के बाद अपराधी बेल कराने में जुटे थे लेकिन एक बार फिर उस वक़्त अपराधी शांत हो गए … बैंक लूटेरा गिरोह के कई अपराधी वैशाली जिला और समस्तीपुर में सेंटर ले लिए है … पिछले दिनों पश्चिमी क्षेत्र में हुए बैंक लूट में गिरफ्तार एक अपराधी मुजफ्फरपुर के मीनापुर थाना क्षेत्र का था … जो जिला में पुलिस के खौफ से वैशाली जिला में सेंटर लिए हुए था …. यही हाल शराब कारोबारी की भी है ..

ढाई वर्ष के कार्यकाल के बाद एक बार फिर जिला में अपराधी अपने अपने क्षेत्र में काफी उत्साहित हैं … मुजफ्फरपुर शहर में अक्सर अधिकारी के ट्रांसफर की चर्चा तथाकथित कुछ नेताओं और अपराधी के द्वारा अफवाह के रूप में फैलाई जाती है … इसी कड़ी में एक बार फिर चर्चाओं के बीच अफवाह फैली और फिर वैसे शराब कारोबारी जो झारखंड, बंगाल, दिल्ली और असम में शिफ्ट हुए थे वह फिर बिहार आने के इंतजार में है … जेल के अंदर की बात की जाए तो सरस्वती खंड और दो के 6 में और शराब सम्बंधित कांडो में बंद बंदी भी फिर अपने परिजन के सम्पर्क में हैं जमानत के लिए … अफवाहों के बीच अपराधी और शराब माफियाओं का मुंगेरीलाल का सपना दिन में ही दिख रहा है …. अब देखना दिलचस्प होगा कि सपना पिछले दो बार की तरफ झूठा होता है या फिर सच