स्वर्ण कारोबार में लाखों, करोड़ो, अरबों का लाभ है … इस सफ़ेद धंधे को इन दिनों कुछ चंद लोगों ने बना दिया काला कारोबार … सरकार को टैक्स टैक्स देने में ऊपर नीचे तो अधिकांश कारोबारी करते हैं …. लेकिन आभूषण के इस चमकीले कारोबार को काला कारोबार को गंदा बना दिया है चंद लोगों ने … ये कोई नहीं एक ऐसे कारोबारी हैं जो आरा से मुजफ्फरपुर आए तो थे कारोबार करने … शुरुआती दिनों में चांदी का विक्रेता के रूप में पहचान बना लिए लेकिन समय के साथ सफेदी में गंदगी आती चली गयी …
तीन उत्तराधिकारी में से एक की संदिग्ध स्थिति में स्वर्गवास हो गया तो एक उत्तराधिकारी बनने की जगह खुद को सात फेरों के साथ अलग कर लिया … अब मठाधीश और उनके उत्तराधिकारी सोना चांदी छोड़ लोहा से प्रेम जागृत कर लिए … लोहा भी ऐसा किसी की भी जान पल भर में ले ले …. खबर ये भी है ऊँचे रसूख़ के कारण प्रमाण पत्र के साथ भी एक लोहा लेने में कामयाब हुआ ये परिवार …. घर के अंदर फायरिंग की घटना भी हुई थी … उस मामले में सरकारी निर्गत लोहा वाला तमंचा सीज हुआ या नहीं ये भी सवाल बना हुआ है … सफेदी के कारोबार में काले कारोबार वालों पर अब खाकी की नजर है … आरा वाले आरा हिलाए या नहीं मुजफ्फरपुर को हिलाने से पूर्व चढ़ गए पुलिस के नजर में … देखना दिलचस्प है नजर पर चढ़े कारोबारी पर पुलिस आगे क्या कार्रवाई करती है …