एक राज में राजवाड़ा में हो गया खेला … कहानी एक राजवाड़ा की जहाँ एक क्षेत्र में 22 टोले हैं तो दूसरे क्षेत्र में 13 टोला .. इस 35 टोला के लिए राजा ने मंत्री का चयन करने के लिए रख दिया आम जनता का मतदान … राज के राजा ने भी अपने सहयोगी राजा के पार्टी से उतार दिया एक उम्मीदवार .. वही राजा के विपक्षी आ गए दो … दोनों में कोई समानता नहीं था … मंत्री बनने के लिए एक पूर्व मंत्री ने अपनी शहजादी को उतारा तो एक मंत्री के स्वर्गवास के बाद उनके पुत्र ने राज में सेवा के भावना से छलांग लगा दिया … राज के राजा द्वारा घोषित उम्मीदवार कई जगहों पर मतदान के एक दिन पूर्व बड़ी सुरक्षा में भ्रमण करते दिखी … जब चाहें उधर भ्रमण कर ली …

13 / 22 के इस इलाके में 35 गुणांक में खेल करने के लिए दिन के उजाले से रात के अँधेरे में लालटेन की रोशनी में ललना के लाल की टीम सक्रिय है … ललना के लाल शिक्षित हैं लिहाजा ललना के लाल और उनके शिक्षित सहयोगी को साथ मिल गया राजवाड़ा के एक दबंग सिपाही का … फिर क्या 35 में से प्रति क्षेत्र 70 से 100 जनता की कमेटी बन गयी … इस कमेटी में पांच पांच सदस्य अपने कार्य में जुटे हुए हैं … इलाके में बड़े पेड़ से उतरने वाला उजला पानी के सभी बिक्री स्थल फ्री … इसका पेमेंट पोस्टपेड है … पोस्टपेड का और खेल है हड्डी हो या अन्य सामग्री सभी फ्री फ्री … पोस्टपेड का स्कैनर के द्वारा ललना के लाल करते चुकता …. खेला में खेला वाली इस कहानी में कई टुईस्ट है आगे आगे और कहानी खुद सामने आज के दौर में भी आएगा …