‘बोली की गोली’ व्यंग्य के माध्यम से एक ऐसे कोतवाल की खबर ले कर आए हैं जो देसी शराब शराब निर्माण तो नहीं हीं रोक पाए इलाके में बड़े बड़े ट्रक पटना मधनिषेध विभाग ने पकड़ा लेकिन न तो जिला से और न ही पटना से कोई कार्रवाई हुई … इससे साफ़ है कार्रवाई करने में सक्षम अधिकारी पर भी हावी हैं कोतवाल … कोतवाल को बालू का इलाका नहीं मिला तो मिट्टी पर ही अपनी बगली भरने में लग गए … शराब और देसी शराब तो नीचे हो गया .. कोतवाल ने क्षेत्र में रिश्ता भी बना लिया … इस काले धंधे की वजह से बड़े साहब से कई बात फटकार भी लगी हाल में थाना पर जब बड़े साहब पहुंचे को फटकार के साथ कई हिदायत दिए लेकिन साहब गए और फिर कोतवाल का खेल जारी ..

बुधवार को नेता प्रतिपक्ष इलाके में सभा करने वाले थे और अहले सुबह 03 बजे से 07 बजे तक एक साथ एक – एक कर इलाके से करीब 109 ट्रैक्टर से मिट्टी की कटाई हुई और दूसरे थाना इलाके से होते हुए मिट्टी चला गया … अंदरखाने खबर ये है मिट्टी पर न तो ED की नजर है और न खनन विभाग का लिहाजा सब सेटिंग के माध्यम से क्षेत्र की मिट्टी निकल गयी … रात में कभी टिपर से मिट्टी निकलता तो कभी ट्रैक्टर से .. कोतवाल के थाना पर के एक चौकीदार का वीडियो भी सामने आया था बड़ा बाबू खर्चा निकालने के लिए क्या करें …. वही एक दरोगा जी का भी वीडियो आया था … जिस वीडियो में दरोगा जी, कोतवाल और सर्किल इंस्पेक्टर बड़ी, बड़े डींगे हाक रहे थे … अब कोतवाल साहब की जय जय है ED को भी चैलेन्ज, मधनिषेध को भी चैलेन्ज, बड़ा साहब भी मजबूर तो मालामाल हो रहे है कोतवाल …