बिहार आर्थिक अपराध इकाई ने किया खुलासा – 2009 बैच के दरोगा शराब से हुए मालामाल

pmbnewsweb
5 Min Read
बिहार में  शराब बंदी के बाद शराब कारोबारी को संरक्षण देने में कई थाना के कोतवाल रातोरात हो गए करोड़पति  … थाना इलाके में ट्रक से शराब के अनलोडिंग की कीमत गए हो गयी  .. एक ट्रक पर 50 हजार नजराना से शुरू हुआ रेट अब ढाई से तीन लाख रुपया तक पहुँच गया  … इसके पीछे वजह ये है जितना अतिरिक्त सरकार की सख्ती होती है उतना रेट बढ़ जाता है  … ये रेट लिस्ट सिर्फ दिखावे का नहीं है या वास्तविकता है   … इस दौरान बिहार आर्थिक अपराध इकाई को भी इस मामले में शिकायत मिलने लगी   ..
आर्थिक अपराध इकाई, बिहार, पटना को गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि अवैध शराब के कारोबारियों से संबंध रखने में संदिग्ध पाए गए  संजय कुमार, पे० श्री महेश प्रसाद सिंह, स्थायी निवासी मो०-हाजीपुर, मो थाना- रफीगंज, जिला- औरंगाबाद वर्तमान थानाध्यक्ष, वैशाली थाना द्वारा अपने पद का भ्रष्ट दुरुपयोग कर आय के ज्ञात / वैध स्रोत से अधिक परिसम्पत्ति अर्जित की गई है। सत्यापन के क्रम में इस तथ्य की पुष्टि होने पर उनके विरूद्ध अप्रत्य आनुपातिक धनार्जन करने संबंधी आर्थिक अपराध थाना कांड स०-10/2022 दिनांक 26.02.2022, अन्तर्गत धारा 13 (2) सह पठित धारा 13 ( 1 ) (b) भ्रष्टाचार निरोध अधिनियम 1988 यथा संशोधित 2018 दर्ज कर त्वरित अनुसंधान प्रारंभ किया गया
SANJAY KUMAR 2009 BATCH
संजय कुमार वर्ष 2009 बैच के सीधे नियुक्त पुलिस अवर  निरीक्षक हैं   … अपने सेवाकाल में सिवान एवं सारण जिला जिला बल में विभिन्न थानों में पदस्थापित रहे हैं तथा वर्तमान में वैशाली जिला पुलिस बल अंतर्गत वैशाली थानाध्यक्ष के पद पर पदस्थापित है   …  लोक सेवक के रूप में संजय कुमार का आचरण और कार्य काफी भ्रष्ट और संदिग्ध रहा है तथा ये काफी विलासितापूर्ण जीवन यापन करते हैं    …  इनके द्वारा अपनी पत्नी के नाम से 36,34,000/ रुपये में अभिमन्यु नगर, मौजा जलालपुर, थाना- रूपसपुर, जिला-पटना स्थित कश्यप ग्रीन सिटी के ब्लॉक सी (देवदार) में एक फ्लैट (फ्लैट नंबर-701) क्रय किया गया है, जिसमें स्टाम्प शुल्क के रूप में 233.500/ रुपये तथा रजिस्ट्री शुल्क के रूप में 77.300/ रुपये व्यय हुए हैं। श्री कुमार एवं उनकी पत्नी के नाम से भारतीय स्टेट तथा एच०डी०एफ०सी० बैंक में तीन खाता है, जिसमें इनके द्वारा काफी मात्रा में नगद राशि जमा कराया गया है तथा भारी मात्रा में राशि का चेक एवं इलेक्ट्रॉनिक मोड में स्थानान्तरण हुआ है। इनके द्वारा विभिन्न बैंक एवं वित्तीय संस्थाओं में अपने तथा अपनी पत्नी के नाम से काफी राशि का निवेश किये जाने की सूचना है। इनके द्वारा एक स्कॉर्पियो चार पहिया वाहन जिसका अनुमानित मूल्य 13,00,000/ रुपये है, खरीदे जाने की भी बात प्रकाश में आयी है। उनकी आय का अन्य कोई साधन नहीं है। सरकारी सेवा में आने के पूर्व इनके पास पैतृक सम्पत्ति के अलावे अन्य कोई चल अथवा अचल सम्पत्ति नहीं थी। … संजय कुमार की कुल अनुमानित आय 84.01.000/ रुपये पाई गई । उनकी परिसंपत्तियों एवं अन्य व्यय के आधार पर उनकी आय से अधिक संपत्ति 68,09.300 / रुपये पायी है जो आय के ज्ञात / वैध श्रोत  से 81.05 % अधिक है। इससे प्रतीत होता है कि अपने सेवा काल में इन्होंने अपने पद का भ्रष्ट दुरूपयोग कर ज्ञात / वैध आय के स्रोत से काफी अधिक धनार्जन किये हैं
आर्थिक अपराध इकाई के पुलिस उपाधीक्षकों के नेतृत्व में आर्थिक अपराध इकाई की विशेष टीमों का गठन किया गया। उक्त टीम के सदस्यों द्वारा संजय कुमार के ठिकानों की तलाशी ली गयी
1. संजय कुमार के अभिमन्य मौजा जलालपुर थाना-रूपसपुर, जिला-पटना स्थित कश्या ग्रीन सिटी के ब्लॉक सी० (देवदार) फ्लैट नं0-701.
2. संजय कुमार के हाजीपुर पो थाना- रफीगज, जिला- औरंगाबाद स्थित पैतृक आवास,
3. संजय कुमार के वैशाली थाना अवस्थित थानाध्यक्ष का कार्यालय
4. संजय कुमार के वैशाली थाना अवस्थित थानाध्यक्ष का आवास तलाशी में श्री कुमार के पटना स्थित आवास से 2.10,000/ रुपये नगद करीब 10,93,000 / लाख रुपये मूल्य के आभूषण एक kia कंपनी के चार पहिया वाहन के स्वामित्व का कागजात एवं निवेश से संबंधित कई दस्तावेज मिले हैं। साथ ही फ्लैट के साज-सज्जा में भी काफी राशि व्यय किये गये हैं। इनके संबंध में विश्लेषण कर अग्रतर अनुसंधान की कार्रवाई की जाएगी अग्रतर अनुसंधान में संजय कुमार के द्वारा आय से अधिक अर्जित परिसम्पतियों में वृद्धि की पूरी संभावना है ।
Share This Article