“बोली की गोली”​ कन्धा पर बा सिंगल स्टार ब्लू लाइन यार्ड वाले बन गइलन बड़ा साहब

pmbnewsweb
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आज समाज में बोली और गोली के साथ झोली की वजह से लोग तबाह हैं   … ‘बोली की गोली’ व्यंग्य कॉलम में मकसद सिर्फ इतना है कि आज समाज में झोली, बोली और गोली से उत्पन्न हो रहे समस्याएं पर विराम लगे   … इनपर अगर हमारा नियंत्रण हो जाए तो अधिकांश समस्याएं अपने आप नौ दो ग्यारह हो जाए  … इसके लिए अधिकारियों को भी अपने विभाग में हो रहे खेल पर आँखें खोलनी चाहिए   …
एक गांव में हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ  … ड्रामा के पात्र रहे इलाके के चौकीदार और उनके पुत्र   … चौकीदार पिता पुत्र मिले और कोतवाल को अपने उंगलियों पर नचा डाला   …  जिस मुद्दे पर विवाद हुआ वह विवाद का कारण दब गया और अपना पीठ थपथपाने वाले कोतवाल से ले कर चौकीदार तक कांड को ही मोड़ दिया   … हालांकि मामले की जानकारी जिला के वरीय अधिकारी से ले कर मुख्यालय में बैठे वरीय अधिकारी तक पहुंचा   …. इलाके के डीएसपी भी मामले में गए और बहुत हद तक खत्म तो नहीं कर सके हाँ कंट्रोल करने में कामयाब रहे   …. इस मामले में बड़ा साहब की वार्ता दोनों पक्ष से सीधे दूरगामी यंत्र से हुई   ..बड़ा साहब त्रिनेत्र से सब कुछ देख समझ अपना कार्रवाई करते ये बात इलाके के सिंगल स्टार ब्लू लाइन यार्ड वाले न समझते   …
 बड़ा साहब जिला चलाने वाले हैं  ….
इलाके के सिंगल स्टार ब्लू लाइन यार्ड वाले ऐसे हैं जो अक्सर किसी घटना स्थल पर खुद नहीं जाते और इलाके के बड़का भवन में धुप में बैठ या चैंबर में बैठ कांड का जांच कर देते है  …. इनका एक  वीडियो भी बड़का साहब तक गया हुआ है दरबार में फेंकू वार्ता की   ….. फेकू वार्ता में इलाके के कोतवाल और इलाके के सिंगल स्टार ब्लू लाइन यार्ड वाले के साथ कोतवाल और कोतवाल के प्रिय लोग मौजूद है   …
जिला मुख्यालय से करीब हुए इस घटना में इलाके के सिंगल स्टार ब्लू लाइन यार्ड वाले इस मामले में पहुंचे इलाके के बड़का भवन और चौकीदार को भेज गाँव में ये सन्देश दिया बड़ा साहब थाना पर आए  …. इलाके से एक या दो लोग आए और इलाके के सिंगल स्टार ब्लू लाइन यार्ड वाले ने उनका ब्यान ले लिया और ऊपर में बैठे बड़ा साहब और बीच वाले साहब के नजर में घटना स्थल पर पहुंचे ऐसा  मीटर उठा लिया   …. जब की घटना वाले इलाके में जाने से डेरा गइले   …. इलाके के सिंगल स्टार ब्लू लाइन यार्ड वाले खुद को गरीब सीधे सादे व्यक्ति के नजर में बन गए बड़ा साहब   ….. साहब तो हैं पद के आगे साहब  है   … लेकिन बड़ा साहब बनने की लालसा अब तो पूरी नहीं होगी ज्यादा से ज्यादा उम्र के इस दहलीज पर एक पद और ऊपर जा सकते हैं बीच तक   …
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