मुजफ्फरपुर MIT कैम्पस से दहेज प्रथा एवं बाल-विवाह जैसी कुरीतियों के उन्मूलन तथा नशा मुक्ति को लेकर सामाजिक जागरूकता लाने हेतु मुख्यमंत्री नीतीश कुमार #NITISH KUMAR का सम्बोधन का मुख्य अंश …
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा उद्देश्य रहा है आगे विकास करते रहेंगे … समाज का विकास होगा तब ही आगे बढ़ेंगे … समाज के पिछले पंक्ति वाले किनारे पर रहने वालों के लिए विशेष पहल किया गया … 2005 से हम मुजफ्फरपुर को भूलेंगे नहीं … मुजफ्फरपुर के लोगों का लगातार समर्थन मिला … हम काफी काम किए मुजफ्फरपुर सीतामढ़ी,शिवहर, वैशाली और सीतामढ़ी में विकास हुआ …. महिलाओं को 50% आरक्षण दिया … स्वयं सहायता समूह को ले कर महिलाओं का विकास हुआ और कार्य का विस्तार किया गया … जीविका समूह में काफी जागृति आयी है … लाखों महिलाएं इस समूह में शामिल हुई … लड़कियों के लिए बेहतर व्यवस्था दिया गया … शिक्षा के क्षेत्र में विकास हुआ … पोषक और साइकिल योजना लड़कियों के लिए आया जिसका फल अब ये सामने आया अब लड़कों से ज्यादा लड़कियां बढ़ रही हैं ….
बिहार में आज पुलिस बल में जितनी महिला हैं उतना संख्या देश में कहीं नहीं है … शराबबंदी अभियान 2011 से शुरू किया गया … वहीं 2016 में शराब बंदी कर दिया गया … नीतीश कुमार ने ये माना है कि शराब मामले में अभी भी गड़बड़ी हो रही है …. अभी तक 9 बार समीक्षा बैठक किए … शराबबंदी के बावजूद बिक रहा है … ऐसे में कितनी गिरफ़्तारी हुई कितना बरामदगी हुई इसका बखान अपने सम्बोधन में सीएम ने किया … गुस्से में आ गए तब सीएम जब मीडिया कर्मी भीड़ का विरोध का कॉवरेज करने लगे … नीतीश कुमार ने मीडिया को ही घेरे में लिया
मंच के बगल में कुछ दूरी पर जनप्रतिनिधि का दो गुट आपस मे भिड़ गए। दरअसल, एक जनप्रीतिनिधि मंच पर जाकर CM को ज्ञापन देना चाह रहे थे। उन्हें सुरक्षाबलों ने रोक दिया। कहा गया कि बैरिकेडिंग के अंदर ऑथोराइज़्ड पर्सन ही जा सकते हैं। लेकिन, वह जनप्रीतिनिधि अपनी बातों पर अड़ गए। CM से मिलने की जिद पर अड़ गए। सुरक्षाकर्मियों से विवाद करने लगी। बैरिकेडिंग से जबरन निकलने का प्रयास करने लगे। इसी दौरान एक और जनप्रीतिनिधि ने आकर उन्हें चुप रहने और वहां से हटने को कहा। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद होने लगा। देखते-देखते धक्का-मुक्की होने लगी। अफरातफरी का माहौल बन गया। इस धक्का-मुक्की में बैरिकेडिंग भी एक जगह से टूट गया।
SSP ने आकर संभाला मामला : हंगामा होता देखकर SSP जयंतकांत मंच से उतरकर फौरन नीचे आये। भीड़ में घुसकर उन्होंने खुद सभी को अलग हटाया। उन्हें समझाकर किसी तरह से शांत कराया गया। SSP के आने के बाद हंगामा शांत हुआ। इसके बाद SSP ने खुद बैरिकेडिंग को रस्सी से बांधा। सुरक्षा बलों को सख्त चेतावनी दी गयी। किसी को भीतर घुसने पर सख्त पाबंदी लगा देने का निर्देश दिया।