एक तरफ जहां आज से नहाय खाय के साथ पवित्र छठ पूजाकी सुरुआठो गई है वहीं अपने ही साथी के गोली का शिकार भोजपुर के सेमरदह के जवान के घर मे आज हाहाकार मचा हुआ है।छत्तीसगढ़ के सुकमा में रविवार देर रात CRPF (केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स) जवान ने अपने साथियों पर AK-47 से फायरिंग कर दी। घटना में चार जवानों की मौत हो गई है। इनमें भोजपुर के बिहियां प्रखंड अंतर्गत समरदाह गांव निवासी राजमणि कुमार यादव भी शामिल हैं। दीपावली पर छुट्टी न मिलने के कारण 14 नवंबर को वह घर आने वाले थे। रविवार रात पत्नी से फोन पर बात कर रहे थे। राजमणि ने पत्नी से पूछा था कि “तुम्हें क्या चाहिए?”, पत्नी ने कहा- “कुछ नहीं, बस आप आ जाइए।” बात अभी पूरी भी नहीं हुई थी कि राजमणि का फोन स्वीच ऑफ हो गया।
सोमवार सुबह उनकी मौत की खबर से घर में कोहराम मच गया है।गोली कांड के बाद बेटे राजमणि यादव की मौत की खबर सुनने के बाद उनकी मृत जवान की माँ रामारती देवी का रोते रोते हाल बेहाल है। वो बार-बार अपने बेटे को पुकार रही हैं। “कहवां चल गइलअ ए रजवा।” वहीं, पत्नी रिंकी देवी भी अपने पति की मौत के सदमे में हैं। पति की मरने की खबर सुनने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। रिंकी देवी बार-बार यहीं पुकार लगा रही हैं- “पियवा अकेले छोड़कर कहवां चल गइल हो।”ये चीत्कार सुन हर किसी का कलेजा मुह को आ जा रहा है।पत्नी रिंकी देवी ने बताया कि रविवार को पति (राजमणि यादव) से वीडियो कॉल पर बात हुई थी। ज्यादा समय तक बात नहीं हो पाई, लेकिन उस छोटी सी कॉल में उन्होंने कहा था कि वह 14 नवंबर को आएंगे। कहा था कि दीपावली में ही वो आना चाहते थे, लेकिन छुट्टी नहीं मिल सकी। मां के लिए उन्होंने बैग खरीदा था।
वीडियो कॉल पर उन्होंने बैग भी दिखाया। बात के दौरान पूछा कि “तोहरा का चाहीं।” पत्नी ने कहा- “हमरा कुछु ना चाही, बस तू आ जा।” इसके बाद उन्होंने कहा था- “अभी हम बात ना करम, 10 बजे के बाद बात होई। रात में मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। सुबह उनकी मौत की खबर आई।’मृत जवान अपनी बेटी को डॉक्टर बनाना चाहता था।मृत जवान राजमणि की शादी बक्सर जिले मड़ियां छपरा गांव में रिंकी देवी से 2006 में हुई थी। शादी के बाद ही 2011 में उनकी CRPF में नौकरी हुई। पहली पोस्टिंग छत्तीसगढ़ में ही थी।
शादी के बाद राजमणि को दो बेटियां और तीन बेटे हैं। सबसे बड़ी बेटी सलोनी और छोटी बेटी प्रिया है।वहीं प्रिंस, सत्यम और शिवम बेटे हैं। सबसे बड़ी बेटी सलोनी अभी 10 साल की है। छोटी बेटी प्रिया 8 साल की है। राजमणि दोनों ही बेटियों को डॉक्टर बनाना चाहते थे। सलोनी और प्रिया ने कहा कि वह अपने पिता के सपनों को पूरा करना चाहती हैं। प्रिया ने बताया कि उनके पिता से रविवार को बात भी नही हुई थी।राजमणि कुमार यादव जगदीशपुर प्रखंड के दुल्हीनजंग बाजार में परिवार के साथ रहते थे। मौत की खबर सुनने के बाद पूरा परिवार पैतृक गांव बिहियां प्रखंड की कटैया पंचायत के समरदह गांव आ गए हैं।मृत जवान के मौत के बाद गाँव मे मातमी माहौल देखने को मिल रहा है।परिजनों का कहना है कि अब अपने लाल को देखने के लिए आंखे बेचैन है।