मुजफ्फरपुर में सरैया थाना क्षेत्र के रेवा में बुधवार को हुए गोलीकांड के बाद कई खुलासा होते जा रहे हैं …. प्रारंभिक जो भी जानकारी सामने आयी उससे अलग जब पुलिस की तफ्तीश जारी हुआ तो मामले में कई खुलासा हुआ … इस मामले में पुलिस अभी मीडिया से बहुत हद तक परहेज कर अनुसंधान कर रही है … पुलिस उतना ही जानकारी दे रही है जो अनुसंधान प्रभावित न करे …
मुजफ्फरपुर में नौकरी लगाने और बिहार सहित अन्य राज्यों में बड़े कॉलेजों में नामांकन कराने का एक बड़ा सिंडिकेट सक्रिय है … ये सिंडिकेट की हालत ये है ….. दरोगा भर्ती हो या सरकारी अन्य नौकरी एक कैंडिडेट से 20 से 40 लाख तक की वसूली की जाती है …. रेवा गोलीकांड में जो बातें सामने आयी उसमे भी नौकरी लगाने के नाम पर 60 लाख रुपया से ऊपर का मामला है …. बताया जा रहा है मृतक नवीन सिंह के पुत्र मृतक प्रणव से इसी बात को ले कर पिछले एक वर्ष से विवाद चल रहा था … इस विवाद में कई बार सिंडिकेट के लोगों के बीच बैठक भी हुई थी ….. लेकिन इस बैठक में कभी भी आक्रोशपूर्ण विवाद नहीं हुआ था …..
घटना के दिन बुधवार को मीडिया के स्टिकर वाला कार से दो युवक प्रणव के घर आते हैं …. आने के बाद घर के बाहर बैठक वाले कमरे में दोनों आगंतुक बैठते हैं … घर से चाय आता है और फिर चाय के चुस्की के बीच दो युवक आता है … दोनों युवक को मृतक नाश्ता लाने के लिए एक होटल भेजते हैं …. नाश्ते में नमकीन कचौड़ी के साथ रसगुल्ला आता है … सभी बातचीत करते हुए नाश्ता करते हैं और फिर घर में पहले से बनाया हुआ खाना आता है खाना खाते हैं ….. सब कुछ बेहतर माहौल में चलता रहा ….
खाना खाने के बाद कमरे के अंदर से गोलियों की आवाज गूंजती है और फिर अफरातफरी के बीच घर वाले के साथ ग्रामीण आ जाते हैं … बताया जाता है कि दो युवक जो नाश्ता लाने गए थे वह दोनों युवक ने ही बताया कि हमलावर वही दोनों गेस्ट हैं ….. जो बाहर से आए थे …. इस पूरे बयान में अब आया यू टर्न मृतक प्रणव के परिजन ने कुल पांच लोगों के खिलाफ कांड दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया है … इस आवेदन में दिलचस्प पहलू ये है कि इलाके के एक अपराधी भी शामिल है साथ में दो ग्रामीण और दो जो बाहर से आया था वह ….
मौके वारदात पर क्राइम सीन को देखें तो कई तरह के उलझनों के बीच पुलिस को भी उलझा कर रखा ….. घटना स्थल कमरा का अंदर … अंदर पांच या 6 लोग मौजूद …. मौके वारदात पर एक पिस्टल …. एक गोलियों से छलनी हो कर गिर गया … दूसरे बाहर से आए युवक के पैर में गोली लगी थी … वहीँ बाहर से आए दूसरे शख्स के ऊपर चाक़ू से बार किया हुआ था ….. अन्य ग्रामीण दो युवकों ने बाहर से आए दो युवकों पर आरोप लगाया …. बाहर से आने वाले ने गोली चलाया तो फिर उसमे से एक को गोली किसने मारी ….. दूसरे पर चाकू से हमला किसने किया …… पहले ग्रामीण दो युवक की बात सामने आयी फिर तीसरा शख्स का भी बात आ रहा है ….. तीसरा शख्स पूर्व से अपराधी चरित्र का है … इन सब उलझनों के बीच पुलिस बहुत हद तक नतीजे पर पहुँच चुकी है …
एसएसपी जयंत कांत के निर्देश पर एसडीपीओ सरैया राजेश शर्मा ने हर गुत्थी को न सिर्फ सुलझा लिया है पूरे मामले में तफ्तीश को आगे भी बढ़ा दिया है …. तफ्तीश के मामले में एसडीपीओ सरैया कुछ भी बोलने से अभी परहेज कर रहे हैं लेकिन सूत्रों की माने तो कांड में पुलिस अपनी तफ्तीश को लगभग पूर्ण कर चुकी है …
घायलों में एक गोली से हुआ तो दूसरा चाकू से हुआ …. एक जहानाबाद का दो दूसरा खगड़िया का बताया जा रहा है … क्या ये हथियार ले कर आए थे …. हथियार के साथ सफर में पुलिस से बचने के लिए मीडिया की गाड़ी का इस्तेमाल किया गया … जिस गाड़ी से आए थे वह गाड़ी हाल में खरीदी गयी थी …… इलाके का अपराधी जिसका नाम आया सतीश कुमार उर्फ वीरप्पन ….

नवम्बर 2019 में जेल भेजा गया था सीरियल लूट कांड में उसके बाद पुलिस सूत्रों की मानें तो शराब कांड में भी जेल जा चुका है …. तत्कालीन एसएसपी मनोज कुमार ने बताया था 2019 में ….. वीरप्पन के खिलाफ आधा दर्जन से ज्यादा आपराधिक वारदात दर्ज है ….वीरप्पन इलाके के एक ढाबा पर अक्सर अपने गिरोह के साथियों के साथ देखा जाता है …. सूत्रों की माने तो वहां वैशाली,छपरा और मुज़फ़्फ़रपुर के अपराधियों का जमघट लगता है लाला के ढावा पर जिसका नेतृत्व वीरप्पन ही करता है ….
गोलीकांड के बाद परिजन के आवेदन पर कांड दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है …. वहीँ एसएसपी जयंत कांत ने बताया कि दोनों बाहर से आए युवकों को पुलिस हिरासत में ले लिया गया है … इलाज के बाद पुलिस आगे और पूछताछ करेगी …. घटना का तार खगड़िया और जहानाबाद से जुड़ने के बाद अन्य मामले में भी जांच जारी है …. विवाद का कारण अभी लेनदेन ही सामने आया है लेकिन अन्य बिंदु पर भी जांच जारी है ….