मुजफ्फरपुर में पंजाब नेशनल बैंक एक बार फिर चर्चा में आया 11 वर्ष बाद …. आप को याद होगा दिसंबर 2010 से मार्च 2011 तक बड़ी कार्रवाई पुलिस द्वारा की गयी थी जब KCC लोन के नाम पर सैकड़ो लोग ठगी के शिकार हुए थे …. रकम छोटा था लेकिन ग्रामीण स्तर के भोले भाले लोगों को ठगी का शिकार बनाया जाता था … इसके पीछे एक बड़ा रैकेट कार्य कर रहा था …पीएनबी जरूरत मंदो को ऋण देने से कतराती है लेकिन कमीशन और दलाल के माध्यम से ऋण उपलब्ध हो जाता है … ये खुलासा 11 वर्ष पूर्व हुआ था …. अब एक बार फिर 11 वर्ष बाद पीएनबी चर्चा में आ गया …
https://youtu.be/lG5D9i8VBto
ताजा मामला जिसका खुलासा एसएसपी जयंत कांत के नेतृत्व में किया गया जिसमे दो ट्रेनी डीएसपी की भूमिका अहम रही …. ट्रेनी डीएसपी अमित कुमार और सतीश सुमन की भूमिका जबरदस्त अनुसंधान की रही …. पंजाब नेशनल बैंक का कर्मी नितेश कुमार बैंक के गोपनीय कोड को इस्तेमाल कर मोबाइल के सिम को ही क्लोन कर फिर उसे पोर्ट करा कर इस ठगी को अंजाम देता था …. हद तो ये है तमिलनाडु तक उसने अपने ठगी को अंजाम दिया है …… छपरा जिला के एक शख्स की तस्वीर को यूज किया ….

इस ठगी गिरोह के खुलासा के बाद ये तो साफ़ जो गया है कि बैंक के अंदर भी आप का पासवर्ड या रकम सुरक्षित नहीं है … ख़ास कर पंजाब नेशनल बैंक में 11 वर्ष के बाद एक बार फिर इस आधुनिक ठगी का मामला प्रकाश में आने के बाद ये साफ़ हो गया की इस बैंक में कोई बड़ी रकम सुरक्षित नहीं है … अभी तो एक ही जिला में चार जिले और दो प्रदेश से जुड़ा ठगी सामने आया है और न जाने कहाँ कहाँ और नितेश बैठे होंगे … फिलहाल मुजफ्फरपुर पुलिस ने छपरा के जलालपुर थाना कांड संख्या 117/21, नगर थाना कांड संख्या 289/21, सीतामढ़ी रूनीसैदपुर थाना कांड संख्या 456/21, मोतिहारी नगर थाना कांड संख्या 435/21 और मुजफ्फरपुर नगर थाना कांड संख्या 487/21 और 596/21, के साथ गायघाट 159/21 मामले का खुलासा कर दिया है ..
