विशेष निगरानी इकाई, बिहार का भ्रष्टाचार के खिलाफ 2022 में रिकार्ड कार्रवाई – IAS, IPS सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज PMB Exclusive

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बिहार SVU में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जा रही है, इस क्रम में राज्य के भ्रष्ट पदाधिकारियों के विरुद्ध लगातार कार्रवाई में कई आईपीएस भी विशेष निगरानी इकाई के कार्रवाई में भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए.  विगत 02 वर्षों में देखा जाए तो रिकॉर्ड कार्रवाई नजर आयी है स्पेशल निगरानी इकाई के द्वारा.  2021 एवं 2022 में भ्रष्टाचार निरोध अधिनियम, 1988 यथा संशोधित 2018 के तहत कुल 23 काण्ड दर्ज किये गये हैं, दो वर्षों के आंकड़ों पर नजर दें तो वर्ष 2021 में 06 कांड दर्ज हुए SVU में, वहीं इस वर्ष 2022 में 17 काण्ड दर्ज किये गये हैं अभी तक, जिसमे 20 काण्ड अप्रत्यानुपातिक धनार्जन के दर्ज हुए है, विशेष निगरानी इकाई SVU द्वारा  तीन काण्ड रंगे हाथो रिश्वत लेते (ट्रैप) गिरफ्तार होने के संबंध में दर्ज किया गया है, ट्रैप के सभी तीनो काण्डों में स्पेशल निगरानी इकाई के तेज तर्रार अनुसंधानकर्ता द्वारा ADG SVU नैयर हसनैन खान के निर्देशन में कुशल अनुसंधानोपरांत आरोप पत्र समर्पित किया गया है कोर्ट में, वहीं चार्जसीट की बात करें तो एक और अप्रत्यानुपातिक धनार्जन के काण्ड में आरोप पत्र समर्पित किया गया है. SVU द्वारा अभी भी एक आरोप पत्र जल्द दाखिल किए जाने वाले है, जिस काण्ड का अनुसंधान अंतिम चरण में है, इसके अतिरिक्त अन्य सभी दर्ज काण्डों का शीघ्र गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान कराया जा रहा है, स समय इन कांड में भी अग्रतर कार्रवाई नजर आएगी

विशेष निगरानी इकाई SVU में रिकार्ड कार्रवाई
पिछले दो वर्षों में बिहार में जीरो टॉलरेंस की नीति का नजीर बना विशेष निगरानी इकाई.  दर्ज काण्डों में एक कुलपति,तीन आईपीएस, एक आईएएस, एक काराधीक्षक, राज्य अभियंत्रण सेवा सहित अन्य श्रेणी के पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नजर आयी. ADG SVU नैयर हसनैन खान के कुशल नेतृत्व में SVU टीम के तेज तर्रार पदाधिकारियों के साथ पूरी टीम ऊर्जा के साथ कार्य करते हुए 2021 में दर्ज 6 कांडो का रिकार्ड 2022 में तोड़ते हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई किया है 
ADG SVU N.H.KHAN
झारखंड में SVU की हुई थी कार्रवाई 
इसी वर्ष बिहार विशेष निगरानी इकाई SVU की कार्रवाई में एक अलग दृश्य देखने को मिला झारखंड के देवघर में  … मामला था भवन निर्माण निगम सेवा में पदस्थापित कार्यपालक अभियंता राजगीर अरुण कुमार सिंह के बम बम बाबा कॉलोनी, देवघर स्थित आवास पर छापेमारी तलाशी का   …. राजगीर सहित देवघर के बम बम बाबा कॉलोनी में लक्ष्मी प्रभा आवास पर जब विशेष निगरानी इकाई की टीम ने धावा बोला तो कानोकान कॉलोनी के किसी को कोई जानकारी नहीं थी यहाँ इस हवेली में हो क्या रहा है   … लक्ष्मी प्रभा बिल्डिंग हवेली के नाम से प्रचलित है स्थानीय लोगों में   … इस भवन में 21 कमरे बने हुए है सभी सुसज्जित  … एक भवन से दूसरे में जाने के लिए अंदरूनी सम्पर्क  … इस वजह से कॉलोनी के लोग लक्ष्मी प्रभा बिल्डिंग हवेली बोलते हैं
 
प्रमुख कांड एक नजर में 
#विशेष निगरानी इकाई बिहार के द्वारा मणि रंजन, सब रजिस्ट्रार समस्तीपुर के खिलाफ पीसी एक्ट 1988 की धारा 13 (बी) आर/डब्ल्यू 13 (13) (डी) आर/डब्ल्यू धारा 12 और 120 बी आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया
#पटना विशेष निगरानी इकाई ने सहायक जिला खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी नवीन कुमार समस्तीपुर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया था  …..  नवीन कुमार पर आरोप था कि सरकारी सेवा में रहते हुए उन्होंने गलत तरीके से अकूत सम्पत्ति अर्जित की है जो कि उनके द्वारा प्राप्त वेतन एवं अन्य ज्ञात स्रोतों की तुलना में बहुत ही अधिक है   …  इसी आरोप पर उन पर कुल रू० 2.17.34,766/- गैरकानूनी और नाजायज ढंग से संपत्ति अर्जित करने के कारण SVU केस संख्या 4/2022 U/S  13 (1) (b) r/w 13(2) rw 12 of PC Act 1988 and 120(B) दर्ज किया था
#SVU टीम ने एक बड़े सरकारी पद वाले धनकुबेर का किया था खुलासा   … रूपक कुमार का लगभग करोड़ों रुपये का आय से अधिक सम्पति का पता चला  था   … रूपक कुमार, Assistant Inspector General (Region), Prison and Correctional Services के विरुद्ध उनके आवास और सरकारी दफ्तर में कार्रवाई की गयी थी    …  उनके आवास और पुराना सचिवालय स्थित उनके दफ्तर से 5.80,822/- रू0 नगद बरामद किया गया  था     .. इसके अलावे बैंक के पासबुक और निवेश के विभिन्न कागजात मिले थे    … सरकारी कार्यलय में भी धन मिलने से साफ़ है कि ये रकम हाल में ही नजराना से प्राप्त किया गया  था 
 
#SVU विशेष सतर्कता इकाई पटना को लगातार शिकायत मिल रही थी की जेल अधीक्षक सहरसा सुरेश चौधरी अपने सरकारी पद पर रहते हुए आय से अधिक संपत्ति बना कर धन कुबेर बन बैठे है  … SVU द्वारा आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में पीसी अधिनियम 1988 (संशोधित) की धारा 13 (2) आर/डब्ल्यू 12 के तहत धारा 131 बी आर/डब्ल्यू के तहत SVU ने मामला दर्ज किया था

#बिहार SVU (स्पेशल विजिलेंस यूनिट) विशेष सतर्कता इकाई द्वारा बड़ी कार्रवाई किया था   … शैलेन्द्र  भारती उप सचिव, ग्रामीण विकास, सरकार के पद पर तैनात थे ….  शैलेन्द्र कुमार भारती  2002 के बाद की अवधि के दौरान विभिन्न पदों पर रहते हुए और सरकार में एक लोक सेवक होने के नाते, बिहार ने अवैध रूप से और जानबूझकर रुपये की सीमा अतिरिक्त तक बड़ी संपत्ति अर्जित की थी
#विशेष निगरानी इकाई SVU पटना की कार्रवाई चली थी, संजीव रंजन, महाप्रबंधक (परियोजना एवं निरूपण), बिहार चिकित्सा सेवा आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड के ठिकाने पर  …
 
#विशेष निगरानी इकाई, पटना के द्वारा बड़ी कार्रवाई सामने आयी थी जब अरुण कुमार, अक्षण अभियंता बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम पटना को 50 हजार घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा गया  .. अरुण कुमार, अधीक्षण अभियंता, बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम, पटना ने एक ठेकेदार  गणेश कुमार से कार्य का स्वीकृति के लिए रू0 50,000/- का मांग किया गया था और रंगे हाथ चढ़े थे SVU के हत्थे
एसपी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई सामने आयी थी, पूर्णिया में
एसपी पद पर तैनात आईपीएस दया शंकर के सरकारी आवास कार्यालय के साथ पटना सहित सात ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गयी थी. आईपीएस दया शंकर के खिलाफ स्पेशल विजिलेंस टीम को पर्याप्त  साक्ष्य मिले थे कि अवैध रूप से और जानबूझकर रुपये की सीमा तक बड़ी संपत्ति अर्जित किया गया है   .. इस मामले में विशेष सतर्कता इकाई ने दया शंकर के खिलाफ पीसी अधिनियम 1988 (संशोधित) की धारा 13(1)(ए) और (बी) आर/डब्ल्यू 13(2) आर/डब्ल्यू 12 और आईपीसी की धारा 120(बी) के तहत मामला दर्ज किया था
#प्रशांत कुमार, सहायक महानिरीक्षक (निबंधन), तिरहुत प्रमंडल, मुजफ्फरपुर पर आरोप लगा है कि वे सरकारी सेवा में रहते हुए अवैध तरीके एवं गैर कानूनी ढंग से अपने सेवाकाल में पद का दुरुपयोग करते हुए अकूत सम्पत्ति अर्जित किया इनके खिलाफ भी हुई कार्रवाई
एसपी पर कार्रवाई 
विशेष निगरानी इकाई, पटना ने आदित्य कुमार, आईपीएस तत्कालीन वरीय पुलिस अधीक्षक, गया, बिहार (सम्प्रति निलम्बित) के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया था . आदित्य कुमार, आईपीएस , तत्कालीन, वरीय पुलिस अधीक्षक, गया बिहार (सम्प्रति निलम्बित) पर आरोप था कि सरकारी सेवा में रहते हुए उन्होंने गलत तरीके से अकूत सम्पत्ति अर्जित की है, जो कि उनके द्वारा प्राप्त वेतन एवं अन्य ज्ञात स्रोतों की तुलना में बहुत अधिक है, इसी आरोप पर उन पर नाजायज ढंग से संपत्ति अर्जित करने के कारण u/s 13 (1) (b) r/w 13(2) r/w 12 of PC Act 1988 and 120 (B) of IPC विशेष निगरानी इकाई में कांड दर्ज किया गया था 
 
IPS अमित लोढ़ा पर कार्रवाई 
अमित लोढ़ा, आईपीएस तत्कालीन पुलिस महानिरीक्षक, मगध क्षेत्र, गया के विरुद्ध दिनांक 07.12.2022 को विशेष निगरानी इकाई काण्ड संख्या-17 / 2022 दर्ज किया गया था, उक्त कांड की प्राथमिकी धारा- i-13 (1) (b) r/w 13 (2) r/w 12 of PC Act, 1988 (as amended 2018) and 120 (b) & 168 of IPC के अन्तर्गत दर्ज की गयी थी, अमित लोढ़ा, आईपीएस के विरुद्ध कथित भ्रष्टाचार एवं निजी स्वास्थ तथा लाभ हेतु की गई वित्तीय अनियमितताओं के आलोक में जांच एजेंसियों द्वारा पूर्व में की गयी जांच एवं सत्यापन के आलोक में पाये गये तथ्यों एवं साक्ष्यों के आधार पर यह कांड दर्ज किया गया था,  इस संबंध में निगरानी विभाग द्वारा कोई विशिष्ट दिशा-निर्देश / आदेश नहीं दिया गया है, इस कांड के अनुसंधानकर्ता नियमानुसार पुलिस उपाधीक्षक स्तर के पदाधिकारी को बनाया गया है, वर्तमान में यह कांड में अनुसंधान जारी है
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