मुजफ्फरपुर : ISI एजेंट से जुड़ा रवि गिरफ्तार – Confidential mechanical Informaton के बदले पाकिस्तान से वसूलता था मोटी रकम

pmbnewsweb
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मुजफ्फरपुर के कटरा थाना क्षेत्र में कार्यरत एक शख्स विदेश में बैठे ISI एजेंट के सम्पर्क में रह कर गोपनीय यांत्रिक जानकारीयों को करता था लीक, कई साक्ष्य उसके मोबाइल फ़ोन से हुआ बरामद  …
मुजफ्फरपुर में उसके गतिविधि की जानकारी ख़ुफ़िया रूप में मिली उसके बाद गुप्त सूचना के आधार पर थानाध्यक्ष कटरा के नेतृत्व में एक पुलिस टीम का गठन किया गया  …. पुलिस टीम ने कटरा रजिस्ट्री कार्यालय में लिपिक के पद पर कार्यरत रवि चौरसिया को हिरासत में लिया तो कई चौकाने वाली जानकारी सामने आयी  … पुलिस गिरफ्त में आया रवि चौरसिया ने बताया कि वह राम अवतार चौरसिया का पुत्र है तथा अपना पता सा० नया गांव विषहरी स्थान जमालपुर थाना-ईस्ट कॉलोनी जमालपुर जिला मुंगेर बताया  …  पूछताछ में रवि ने पुलिस को बताया कि जब वह भारी वाहन निर्माण कारखाना अवाडी चेन्नई (रक्षा मंत्रालय) में जब लिपिक के पद पर कार्य कर रहा था, उस समय उसकी मुलाकात फेसबुक के माध्यम से  एक महिला ISI आई एस आई एजेंट से हुई, ISI एजेंट के प्रेम जाल में फंसकर पैसे के लोभ में अपने मोबाईल फोन से भारी वाहन निर्माण कारखाना अवाडी चेन्नई (रक्षा मंत्रालय) में बनने वाले टैंक, तोप, एवं अन्य रक्षा उपकरणों से संबंधित गोपनीय यांत्रिक जानकारियों का फोटो खींचकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से आई एस आई ऐजन्ट को उपलब्ध कराते आ रहे हैं
रवि के गिरफ़्तारी पर एसएसपी जयंत कांत ने बताया कि प्रतिबंधित गोपनीय एवं संवेदनशील सूचनाएं तथा दस्तावेज अपने मोबाइल फोन में रखने तथा महिला हेन्डलर आई एस आई एजेंट से धन के लोभ में सूचनाओं व दस्तावेजों को व्हाट्सएप एवं सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, एसएसपी ने बताया कि रवि के एस.बी.आई. के खाता नं0-38044489328 में पैसों का ऑनलाइन भुगतान लिया, अभी भी यह उक्त महिला आई एस आई एजेंट के सम्पर्क में है तथा इसके मोबाईल फोन के मेमोरी कार्ड एवं गैलरी में राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा उत्पन्न करने वाले कई प्रतिबंधित गोपनीय एवं संवेदनशील सूचनाएं सुरक्षित हैं, आरोपी के मोबाइल फोन को जब्त कर लिया गया है पुलिस के द्वारा, इस आरोप में रवि  विरुद्ध कटरा थाना कांड सं0-442 / 22. दिनांक- 15.12.2022 धारा 3/4/5/9 शासकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 के अन्तर्गत काड अंकित कर कानुनी कारवाई कि जा रही है.
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