मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाना क्षेत्र में 50 लाख की रंगदारी डिमांड मामले में पुलिस ने कर दिया खुलासा
एसएसपी राकेश कुमार ने नगर डीएसपी राघव दयाल के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया था जिसमे डीआईयू टीम भी शामिल थी, रंगदारी मांगे जाने मामले में संतोष कुमार आवेदन पर अहियापुर थाना में कांड संख्या 17/23 दर्ज किया गया था. इस रंगदारी के घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन जिससे रंगदारी मांगी जा रही थी, वह पुलिस के लिए महत्वपूर्ण सुराग बना. एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि अहियापुर थानान्तर्गत झपहां से मीनापुर जानेवाली सड़क में डेमा चौक के पास कुछ अपराधकर्मी एकत्रित होने की प्राप्त आसूचना के आलोक में राघव दयाल, पुलिस उपाधीक्षक, नगर, मुजफ्फरपुर के नेतृत्व में डीआईयू और अन्य पुलिस कर्मियों की टीम गठित कर त्वरित कार्रवाई की गई, इस कार्रवाई में 03 अपराधकर्मियों की गिरफ्तारी एवं अवैध आग्नेयास्त्र की बरामदगी हुई, राघव दयाल नगर डीएसपी के नेतृत्व में गिरफ्तार अपराधकर्मियों द्वारा पूछताछ के क्रम में दिनांक 31.12.2022 को संतोष कुमार ग्राम महमदपुर, थाना-अहियापुर, जिला-मुजफ्फरपुर से 50/- लाख रुपये की रंगदारी की मांग एवं गोलीबारी की घटना में संलिप्तता स्वीकार की गई

इस घटना के में दिलचस्प मामला ये है कि गिरफ्तार अपराधकर्मियों में से एक दूसरे प्रदेश में एक कंपनी में कार्य करते हुए वहां से चोरी की घटना को अंजाम दे चुका है, अहियापुर क्षेत्र में गोलीबारी और रंगदारी मांगे जाने से पूर्व सभी एकत्रित हो कर खाया पिया और फिर एक राहगीर से एक मोबाइल झपट लिया, उसी मोबाइल फोन से रंगदारी की मांग करने लगा, पुलिस के तफ्तीश में ये बातें भी सामने आयी कि रंगदारी मांगे जाने के पूर्व प्लान के तहत एक मोबाइल स्नैच किया गया था, फिलहाल गिरफ्तार अमित कुमार, पिता अशोक प्रसाद श्रीवास्तव, सा०-गंगटी, थाना-अहियापुर, राजन कुमार, पिता चन्देश्वर प्रसाद, सा०- मेथनापुर, थाना-मीनापुर, और कुन्दन कुमार, पिता उमेश भगत, सा०-छेदन नेउरा थाना-मीनापुर, जिला-मुजफ्फरपुर से अन्य दो फरार आरोपिओं की गिरफ़्तारी के लिए पूछ ताछ जारी है