मुजफ्फरपुर मिठनपुरा कोचिंग संचालक को बदनाम करने का साजिश नाकाम – अश्लील वीडियो का कनेक्शन यूपी और राजस्थान से – ACP अजय पाल लांबा ने कर दिया था खुलासा – देखें तस्वीर के साथ सच 

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मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा थाना क्षेत्र में संचालित एक कोचिंग संचालक का वीडियो बताते हुए वायरल किया गया  … कोचिंग संचालक युवक के मान प्रतिष्ठा पर  ठेस पहुंचाए जाने का साजिश के साथ  … इसमें कोचिंग बंद कराने का साजिश था  … साजिश में कुछ वैसे लोग थे जो किसी दूसरे स्थान से स्पॉन्सर हो कर एक स्क्रिप्ट तैयार कर अलग अलग वायरल कर मुद्दे को उठाया  … हद तो तब हो गयी अब कोचिंग पर पहुँच हंगामा और कालिख पोती गयी  .. ….

वायरल वीडियो के बारे में PMB न्यूज़ के पास जो जानकारी आ रही है वीडियो 19 अक्टूबर 2020 है  ……… एक युवती साईं कृपा होटल, हीरा पथ के सामने, न्यू सांगानेर रोड मानसरोवर में ठहरी थी   … इसी दौरान तब उसके जानकार संजू बंगाली ने पैसों का लालच देकर एक लड़के के साथ भेज दिया था   …. उस लड़के ने यश होटल के पास मांग्यावास में महिला को एक कार में बैठा लिया     ….  उस कार में पहले से चार लोग मौजूद थे    ….  इन्होंने उसे जबरदस्ती कार में खींचकर बैठा लिया     ….  फिर युवती  का मोबाइल छीन लिया  …. इसके बाद कार को अजमेर रोड पर महेंद्रा सेज की तरफ ले गए    …. वहां पांचों व्यक्तियों के द्वारा युवती  से कार में दुष्कर्म के घटना को आजमा दिया गया  …  उसका मोबाइल फोन से वीडियो बना लिया गया   ..

इसी वर्ष मार्च महीने में उत्तर प्रदेश में सोशल मीडिया पर एक युवती के साथ गैंगरेप का वीडियो वायरल होने लगा    …  ऐसे में जब इस बात की जानकारी पुलिस विभाग तक पहुंची तो जांच में सामने पता चला कि घटना राजस्थान के जयपुर की है    …  पुलिस ने वीडियो की पड़ताल की तो पता चला पीड़िता यूपी की रहने वाली है और फिर पुलिस ने उसे जयपुर बुलाकर केस दर्ज करवाया और मामले में तीन आरोपियों को दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया  था    …

तीन गिरफ़्तारी के बाद जयपुर ACP अजय पाल लांबा ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि पीड़िता ने अपने साथ हुई दरिंदगी का केस दर्ज कराया    ….  जिस पर कार्रवाई हुई  …

मुजफ्फरपुर में कोचिंग संचालक के खिलाफ ये साजिश अब नाकाम जो चुका है   … वहीँ इस मामले मुजफ्फरपुर जिला के पुलिस कप्तान जयंत कांत,नगर डीएसपी राम नरेश पासवान और मिठनपुरा के SHO भागीरथ प्रसाद के द्वारा चलाई जा रही तफ्तीश में ये साफ़ हुआ कि हाई साउंड के पीछे से आ रहे आवाज बिहार का भाषा नहीं है  … उस भाषा पर लोगों ने गौर नहीं किया था  … वीडियो के टारगेट में लोग ये नहीं देखे मुजफ्फरपुर कोचिंग संचालक और जयपुर का अभियुक्त दोनों के चेहरा में भी काफी अंतर है  … ऐसे में अब जा कर कोचिंग संचालक को बड़ी राहत मिली   ..

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