मुजफ्फरपुर जिले के पारु थाना क्षेत्र का तेजा डुमरी गाँव का शशि भूषण शार्प शूटर से बन गया सुपाड़ी किलर … पिता के साथ झारखण्ड के बोकारो तो गया था तालीम लेने लेकिन वक़्त के साथ जीवन में ऐसा पलटी लिया कि एक हत्या कांड में शार्प शूटर की पहचान बना, बन गया सुपाड़ी किलर … बंगाल में हत्याकांड कांड को अंजाम देने के बाद मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाना क्षेत्र में अपने पत्नी और छोटे छोटे बच्चों के साथ रहने लगा … इस दौरान तपन कांदू हत्याकांड में सीबीआई ने जब तफ्तीश शुरू किया तो एक शूटर की गिरफ़्तारी के बाद शशि भूषण उर्फ़ मुन्ना का नाम सामने आया … हत्याकांड का आरोपी शशि भूषण उर्फ़ मुन्ना का मुजफ्फरपुर जिला में रहने के सूचना के बाद एसएसपी के निर्देश पर डीआईयू और एसआईटी की टीम ने सदर थाना क्षेत्र से उसके करीबी के आवास से गिरफ्तार किया गया

हत्या कांड का मुजफ्फरपुर कनेक्शन
पुरुलिया जिला के झालदा नगर पालिका के पार्षद की 13 मार्च 22 को बाइक सवार तीन अपराधियों ने गोली मार कर हत्या का दिया था .. इस घटना के CCTV फुटेज के आधार पर झारखंड के बोकारो के रहने वाला कलेबर सिंह की पहचान बाइक के पीछे बैठे शख्स के रूप में हुई .. इस हत्या के बाद तपन कांदू की पत्नी पूर्णिमा कांदू ने कोर्ट में एक याचिका दायर कर सीबीआई जांच की मांग की थी … कोलकाता हाई कोर्ट में याचिका स्वीकार करते हुए सीबीआई जांच का आदेश दिया था … सीबीआई ने एक एक कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया था जिसमे झारखंड के रामगढ़ इलाके में भी गिरफ़्तारी हुई थी

तपन कांदू हत्याकांड का मुख्य प्रत्यक्षदर्शी की संदिग्ध स्थिति में घर के अंदर मिला था शव
तपन कांदू हत्याकांड को अपनी आँखों से देखने वाले शख्स के निशानदेही पर पुरुलिया एसपी एस सेल्वा मुरुगन ने प्रत्यक्षदर्शी के बताए गए हुलिया को आधार मानते हुए स्केच बनवाया था … स्केच के साथ एसपी ने एक बड़ी रकम नगद इनाम का घोषणा किया था … स्केच निर्माण कराने वाले तपन कांदू के समर्थक निरंजन वैष्णव का शव झालदा स्थित उनके आवास से बरामद किया गया … जिसमे तथाकथित एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया जिसमे लिखा था कि जिला पुलिस के दबाव को सहन नहीं कर पा रहे हैं इस वजह से आत्महत्या कर रहे हैं … मामला दिलचस्प ये है जब हाई कोर्ट में मामले को सीबीआई जांच का आदेश दिया उसके दो दिन बाद संदिग्ध स्थिति में चश्मदीद गवाह की मौत ये कई सवाल खड़े कर रहे हैं … बहरहाल अब मामला सीबीआई का है तो उस संदिग्ध मौत पर से भी पर्दा उठने का इंतजार है

मुजफ्फरपुर में पुलिस के हत्थे चढ़े शशि कैसे बना शार्प शूटर से सुपाड़ी किलर
पारु निवासी शशि भूषण सिंह उर्फ़ मुन्ना सिंह के पिता बोकारो में काम करते थे … पिता के साथ बोकारो में रहते हुए शशि 2016 में झारखंड के जेल गया गया .. कलेबर सिंह से हुई मुलाकात के बाद शशि एक सुपाड़ी किलर के रूप में पहचान बना लिया …बिहार के बाहुबली धूमल सिंह के करीबी अमरेंद्र तिवारी से रेल टेंडर मैनेज का पाठ पढ़ ठेकदार वीरेंद्र सिंह एक बड़ा नाम बन गया था … वीरेंद्र हत्या कांड में 2016 के मामले में भी कलेबर और शशि का नाम आया था … बताया जाता है की इस हत्या कांड में भी तीन ही शूटर बाइक से थे जिसने वीरेंद्र को दाहिने तरफ छाती में सीना पर और फिर एक गोली सिर में मारा था

फिलहाल मुजफ्फरपुर पुलिस ने शूटर शशि भूषण को स्पेशल क्राइम ब्रांच के डीएसपी रंजन कीर्तनियां को सौंप दिया है . सीबीआई टीम के द्वारा मुजफ्फरपुर स्थित सीबीआई के विशेष कोर्ट में उसे ट्रांजिट रिमांड के लिए पेश किया गया … सुनवाई के बाद कोर्ट ने बंगाल सीबीआई को दो दिनों का ट्रांजिट रिमांड की अनुमति दे दिया है .. सीबीआइ की टीम कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आरोपी शशि भूषण सिंह उर्फ़ मुन्ना को पुरुलिया स्थित विशेष कोर्ट में पेश कर आगे रिमांड के कार्रवाई में जुटेगी