​मसाज पार्लर बना देह व्यापार का केंद्र – मुज़फ़्फ़रपुर में दर्जनों पार्लर में अनैतिक कार्य

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मुजफ्फरपुर की अपनी ​पहचान साहित्य और शिक्षा की नगरी के रूप में रहा   … अब इस नगरी में अनैतिक गतिविधियों को बढ़ावा मिल रहा है   … इस शहर का काला सच सामने आ रहा है   … मुजफ्फरपुर में शहर के कई इलाकों में पुरुष पार्लर में महिला द्वारा कार्य किए जाने के पीछे का काला सच कुछ और हीं हैं   .. इसमें अनैतिक कार्य हो रहे है   …. सेविंग और बाल कटिंग तो नाम का है यहाँ मसाज के आड़ में देह व्यापार हो रहा है    …. दूसरे राज्य से आयी कई युवतियां और महिला शहर के अलग अलग हिस्से में ठिकाना बना कर रहते हुए पार्लर में कार्य करते हुए अनैतिक कार्य कर, कम समय में ज्यादा धनवान बन रही है   …
संचालक और संचालिका का रोल
इस तरह के पार्लर के संचालक अधिकांश पुरुष हैं  ….  पार्लर कुछ ऐसे हैं जहाँ दूसरे राज्य की महिला ही संचालिका है    …  इस धंधे से होने वाले आय का एक तिहाई हिस्सा संचालक और संचालिका का होता है    … धंधे के अनैतिक कार्य से होने वाले आय का दो हिस्सा कुछ संचालक ही ले  लेते हैं और फिर अंदर में ऊपर से मिले नजराना ही सिंगल अपना कमाई अलग से ऐसे  युवती और महिला का होता है     .. एक संचालिका अपने हिस्से के बारे में (नाम न लिखने के शर्त पर) बताती हैं कि घर का किराया और पार्लर का किराया उसी आय से देते हैं    … संचालिका ने बताया कुछ पुलिस वाले आते हैं जो दाढ़ी बाल के साथ अन्य लाभ लेते हैं लेकिन उनसे तय कीमत नहीं मिलती   …. वह सिर्फ ऊपरी नजराना खुश हो कर दे जाते हैं   … इसमें ज्यादा उम्र वाले साहब लोग आते हैं   ….थाना में या किसी को महीना तो नहीं देना परता कभी कभी कुछ को सेक्टर इंचार्ज या फिर मोटरसाइकिल वाले इलाके का प्रभार बता कुछ लोग थोड़ा बहुत खर्चा के नाम पर लेते रहते हैं लेकिन ये कभी कभी    ….. लोकल दबंग युवक भी आते हैं कभी कभी वह भी कम रकम दे कर चले जाते हैं डर से नहीं बोलती     ….
कैसे होता अनैतिक कार्य ? कोडिंग क्या 
धंधा गंदा है, इस काले धंधे में भी दिखाई जाती है ईमानदारी   ….  पार्लर में आने वाले नए ग्राहक का पहले उनके बताए कार्य किए जाता हैं मसलन दाढ़ी बनाना   … उस बीच अपनी आदावो से अपने तरफ आकर्षित कर शुरू होता है मोल भाव   …
पुरुष पार्लर में महिला कारीगर का जो ग्राहक भीतरी हक़ीक़त जानते हैं वह सीधे मसाज की बात करते हैं    … मसाज का लिए कोडिंग और रेट निर्धारित हैं   …. हाफ मसाज का रेट 500 से हजार रुपया   …. बी 2 बी यानी बॉडी से बॉडी का मसाज  ….. का रेट 2 हजार रुपया और फूल सर्विस मसाज का रेट 3 हजार तक निर्धारित हैं    … इसके अतिरिक्त सेंसेशन मसाज के लिए अलग से रेट निर्धारित हैं इस मसाज में वैसे ग्राहक को निशाना बनाया जाता है जो पहले तो मसाज से भागते है लेकिन इस मसाज के बाद वह पांच हजार तक देने के को मजबूर हो जाते हैं    …
प्रदेश से आई इन कारीगरों का दर्द भी अलग है
बाल दाढ़ी के अतरिक्त सभी सेवाओं का रकम ग्राहक से पहले वसूल लिया जाता है   ….. इसके साथ उन्हें चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक और पानी की मुफ्त व्यवस्था तक मिलता है   … पुराने ग्राहक को लाल पानी और चिकेन और पनीर चिल्ली भी माँगा कर दिया जाता है   … जिसमे जिस्म के ये कारीगर भी शामिल होती है  ….एक सिल्लीगुड़ी की युवती ने बताया कि हम तो नहीं नशा करते लेकिन कुछ महिला और युवती भी लाल पानी का सेवन करते है  … युवती ने बताया की सी दलदल में अपने परिवार के खातिर उतरे   … घर वाले जानते हैं कि हम बिहार में मॉल में कार्य करते है    … लेकिन यहाँ इस गंदे जिस्म का धंधा कर अपनी माँ और बाप का सहारा ही नहीं बने है मेरे दो भाई है जिसमे एक पढ़ रहा है और एक बहन को भी अच्छी तालीम दिला रहे हैं    ….
सरकार महिलाओं के उत्थान के लिए बड़े बड़े योजना का बखान करती हैं लेकिन तंग हक़ीक़त ये है आज भी ऐसे दबी कुचली महिला जिस्म भी बेचने को मजबूर हैं इसके लिए सरकार के पास कोई योजना नहीं है    …
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