मुजफ्फरपुर में इन दिनों बड़ी लूट हो रही है ये लूट ऐसी जिसमे पिस्टल और रिवाल्वर के साथ राइफल और कार्बाइन भी होता है .. ये लूटेरे कोई अपराधी नहीं ये वर्दी में लूट के घटना को अंजाम देते हैं ये कहना गलत नहीं होगा .. हद तो ये है दिन तो दिन रात में भी ये लूट मचाते है .. हद तो ये है दूर से आती साहब की चमचमाती गाड़ियों को देख सड़क पर ट्रैफिक ठीक करने में जुट जाते हैं … साहब की नजर भी गयी तो ये काम करते दिखते हैं …. और फिर साहब आगे पीछे खेल शुरू .. तंग हक़ीक़त ये हैं ये पुलिस वाले न तो डीएसपी की और न ही एसएसपी की सुनते इनका मुखे कानून चलता है … न अधिकारियों का खौफ न जनता के दर्द का एहसास

लूट कैसे – सच्ची घटना
“बोली के गोली” में आज ले कर आए हैं गुरुवार के दिन की लूट के वारदात को ले कर … ये लुट की घटना नगर थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर ओपी क्षेत्र में हुई है … स्कूटी सवार युवक जा रहा था ओपी के सामने कई पुलिसकर्मियों ने उसे रोका जैसे कुख्यात अपराधी हो … युवक का गुनाह ये था सर पर हेलमेट नहीं था .. हेलमेट के लिए एक हजार का चालान काटा गया .. इसके बाद युवक ने सवाल किया चालान काटने के लिए बाल क्यों पकड़े फिर क्या उसे फिर पुलिस से बदसलूकी की बात कर एक हजार अतरिक्त लिया गया … ये दूसरा एक हजार अदृश्य चालान का था … पुलिसकर्मियों ने बताया की इसका शेयर हर जगह देना होता है …

ओपी प्रभारी से छुप कर खेल या फिर मिलीभगत सवाल तो बनता है
इस मामले में किसी ने एक पुलिस अधिकारी को जानकारी दिया … अधिकारी ने तुरंत तत्क्षण ओपी प्रभारी को कॉल किया … ओपी प्रभारी ने इंकार किया और बताया सर हो सकता है गस्ती वाले ने रोका है बात करते हैं … फिर ओपी प्रभारी ने कॉल कर ट्रैफिक वाले पर फेंकते हुए बताया मेरे यहाँ का मामला नहीं … पुलिसिया लूट के शिकार शख्स ने बताया की ठीक ओपी के सामने बगैर हेलमेट के जा रहे थे तो सर का बाल खिंच स्कूटी से उतारा गया … इसके बाद दो हजार लिया एक हजार का चालान दे चलता किया ..
वर्दी वालों की लूट शब्द शायद गलत नहीं है … वह इस लिए की इस ओपी क्षेत्र के एक कॉलेज के सामने बाँध पर भी वसूली गैंग रहती है वर्दी में वही बड़ा सवाल है कि ओपी के सामने एक जगह स्मैक की बड़ी डीलिंग और पीछे क्या होता है ये पब्लिक सब जानती है