आज कल बिहार के एक जिला में एफआईआर की बढ़ती संख्या ने कई सवाल खड़े किए हैं .. ज्यादा बरामदगी शराब का है … उक्त जिला में बड़ा साहब नहीं बड़का साहब जिला के कप्तान हैं … शराब बरामदगी का आंकड़ा इतना बढ़ा है जो बड़ा साहब के कारण संभव है …लेकिन इसमें कुछ ऐसे निचे वाले हैं जो बड़ी बरामदगी में तो एक इलाके से दूसरे इलाके में ट्रक दिखा देते हैं और फिर ट्रक तीसरे स्थान पर .. हालाँकि एक ही ट्रक बरामद निचे वाले चर्चित लोग किए लेकिन बड़का साहब के नजर में बड़ी तत्परता दिखाने के लिए अक्सर टेट्रा पैक और पुड़िया और एक दो तीन पांच बोतल की उपलब्धि के साथ आंकड़ा के मीटर को बढ़ाते रह रहे हैं … इलाका ऐसा जहाँ पुड़िया नहीं किलों में पुड़िया वाला सामान आता है लेकिन उस पर किसी की नजर नहीं … कार की डिक्की हो या पिकअप सब इस क्षेत्र में खास जगहों के ट्रैफिक में दिख ही जाता है … खैर बड़का हाकिम सिर्फ डाट फटकार तक ही सिमित रहते हैं … आंकड़ा बढ़ता जा रहा है निचे वाले का ..