बिहार में एक नाम ऐसा है जिसे लोग TAX से जोड़ कर देखते थे … सुशासन के दावों के बीच बिहार में RCP टैक्स चलता है जो सत्तासीन तक पहुँचता है … इन तमाम आरोपों के बीच वही जो कल तक नीतीश कुमार के बेहद करीबी और विश्वासपात्र माने जाते थे उन पर जब संपत्ति अर्जित करने के आरोप लगे तो बौखलाए RCP ने वह सब बोल दिया जो आज तक पब्लिक के बीच नहीं था .. लाजमी है दोस्त जब दुश्मन बनते हैं तो खतरनाक होता है … हाँ ये बात अलग है यहाँ पोलटिकल दोस्त बने हैं दुश्मन तो राजनीति के गलियारे में तूफ़ान तो आने वाले वक़्त में दिखेगा ही … एक ही पार्टी के अंदर उठे कलह का सहयोगी पार्टी बीजेपी का क्या स्टैंड होगा या फिर विपक्षी राजद को कितना फायदा किसके तरफ से मिलेगा ये तो आने वाले दिनों में सामने आएगा लेकिन फ़िलहाल RCP के आरोपों को देखें

आईपीएस लिपि सिंह पर बोले रामचंद्र प्रसाद सिंह
मेरी बेटी का जो भी संपत्ति है उसका हिसाब है ..मैं जमीर का आदमी हूँ चले जाए यूपी में हमने किसी का चाय नहीं पिया है .. हमारी पुश्तैनी जमीन है … बेटी ने खुद से जो ख़रीदा है सब का हिसाब है
आरसीपी ने बताया 2019 के चुनाव में 40 में 39 सीट बिहार से आया जदयू का … नीतीश सिर्फ पटना में परिक्रमा करते हैं .. नीतीश के द्वारा पार्टी में इनके कार्यकाल में जिला अध्यक्ष तक नहीं बनता था लेकिन हमारे कार्यकाल में बूथ तक जदयू ने पकड़ बनाया … दुरी नीतीश ने क्यों बनाया यह हम नहीं जानते लेकिन नीतीश ने मेरा टिकट काटा लेकिन मुझसे कोई चर्चा नहीं किया .. आरसीपी ने कहा हम जहाँ भी रहे ईमानदारी से रहे … आरोप जो लगाए जा रहे है उससे हमारा नीतिभ्रष्ट नहीं होने वाला …. पटना में किनका घर नहीं है

नीतीश सात जन्म में प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे
आरसीपी के कड़े तेवर में वह भी बोलते रहे जो उनके दिल में था … नीतीश के पास दिन भर जालसाजी साजिश में लगे रहते हैं उनके करीबी .. जिसका कोई स्तर नहीं है … नीतीश सात जन्म में प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे .. कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं मिलता था अब अति हो गया था .. जदयू डूबता हुआ जहाज है .. हमको जदयू में लोग कांटा समझते थे

मेरा सभी साथी जल्दी टूटेगा और जल्दी जुड़ेगा
मेरा मनोबल कभी नहीं गिरेगा कारण हम ने कभी गलत नहीं किया … हम जब चाहेंगे संगठन खड़ा कर देंगे .. नीतीश खुद चुनाव हारते रहे .. जब रात में नींद खुलेगी तो याद आएगा .. जब ऊपर जाएंगे ये लोग तो सब हिसाब देना पड़ेगा .. पार्टी में कुछ नहीं बचा है जदयू में .. हमने सोचा बहुत हद हो गया अब पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं … जदयू के वर्कर्स को बोल देंगे जहाँ काम हो रहा है वहां चलो … डूबता जहाज में अब कोई नहीं रहेगा … जान बुझ कर मेरे प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए साजिश किया गया है
जिस तरह से राजनितिक तापमान बढ़ गया है उसको देखते हुए सरकार स्तर पर होने वाले ट्रांसफर में आईपीएस लिपि सिंह को भी सेंटिंग पोस्ट में भेजा जा सकता है …फिलहाल अब ये तय है की जदयू में बड़ी टूट होना ही है .. इस बात का अंदेशा शायद आरसीपी सिंह को पहले ही लग चुका था जिस वजह से कुछ माह पूर्व शहर शहर घूमे थे … जदयू के टूट के बिहार में बड़ा खेला से इंकार नहीं किया जा सकता