बिहार में इन दिनों गुटखा का कारोबार शराब से अधिक आय देने वाला बनता जा रहा है … उत्तर बिहार में गुटखा का कारोबार का हब है मुजफ्फरपुर … मुजफ्फरपुर से दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, सुरसंड, शिवहर के साथ चम्पारण तक कारोबार होता है … इस कारोबार का नेटवर्क सीतामढ़ी और रक्सौल के रास्ते नेपाल तक फैला है …बिहार में शराब के खिलाफ कई यूनिट के साथ कई अधिकारी को बिहार सरकार ने लगा रखा है … लेकिन शराब पर हावी है ब्लाइंड कारोबार गुटखा का … इस गुटखा के कारोबार में नकली गुटखा से रातो रात लोग करोड़ का खेल खेलते हैं … एक दिन में बात की जाए तो 20 से 65 लाख तक का एक कारोबारी कारोबार करता है … धंधा ब्लाइंड है तो रुपया का मुनाफा भी अत्यधिक है ..

ब्लाइंड कारोबार बगैर रोकर बही के इस कारोबार में एक दूसरे को नीचे करने के लिए कारोबारियों में प्रतिस्पर्धा भी हद से ज्यादा है … कारोबार में एक कंटेनर के खेप आयत होता है जो करोड़ से ऊपर तक का कंसाइनमेंट बताया जाता है … ऐसे में छोटे स्तर से कारोबार शुरू करने वाले बड़े कारोबारी के आँखों के लिए किरकिरी बन जाते है जब उनका भी बड़ा कंसाइनमेंट आने लगता है … शराब के तर्ज पर इस अवैध नकली गुटखा के ब्लाइंड कारोबार में भी एक दूसरे कारोबारियों में तनाव की स्थिति बनती है … हाँ ये बात अलग है कि कारोबार ब्लाइंड होने की वजह से सामने मामले नहीं आते … अब देखना दिलचस्प है बिहार के इस ब्लाइंड कारोबार पर सरकार और पुलिस की नजर कब जाती है