बिहार में लगातार निगरानी के कार्रवाई में अधिकारी से पदाधिकारी तक और सरकारी कर्मी हो रहे हैं गिरफ्तार … ये गिरफ़्तारी उनके नजराना पर हो रही है … नजराना पर नजर है निगरानी विभाग का …. फिर भी न तो अधिकारी और न कर्मी सुधरते हैं … निगरानी के द्वारा गिरफ्तारी के बाद और गिर जाते हैं परिवार के नज़रों से और समाज में तो घूसखोर का तगमा मिलता ही है …
एक बार फिर निगरानी के टीम ने कड़ी कार्रवाई करते हुए श्रम आयुक्त -सह उपकर संग्रहक कुमार आलोक रंजन एवं उनके कार्यलय के लिपिक मनोज कुमार 55000 रुपये रिश्वत लेते हुए अपने कार्यालय दफ्तर पूर्णिया से गिरफ्तार किया है .. पटना निगरानी टीम द्वारा रंगे हाथ गिरफ्तार किया है …