बोली की गोली में ले कर आए हैं हैरान कर देने वाला बिहार पुलिस को दिए गए व्यवस्था का … सुशासन की सरकार बिहार में चल रही है … दावे किए जाते हैं सरकार द्वारा पुलिस को आधुनिकता की तरफ ले जाने का … लेकिन हैरान कर देने वाली बात ये है कि आधुनिकता भी ऐसी की थाना का नाम एक और भवन तीन … ये हाल है मुजफ्फरपुर जिला के मिठनपुरा थाना का …

1990 के दशक में पानी टंकी चौक से थाना जिला स्कूल के क्वार्टर में जबरन शिफ्ट हुआ था … कोर्ट के निर्देश पर चंदवारा नाका में शिफ्ट हुआ लेकिन जिला स्कूल का आवासीय क्वार्टर को खाली नहीं किया गया यहाँ हाजत आज भी है और मालखाना का अधिकांश सामान बंद है …जिसमे कई कीमती चीजें चोरी भी हो चुकी … कुछ पुलिसकर्मी आशियाना भी बना रखे हैं … इस कैम्पस में लेनदेन का कार्य बड़े आराम से कर लिया जाता है … पूर्व के वर्षों से इस मामले में चर्चित रहा है … वहीं जेल के बाहर वाले भवन में कोतवाल बैठते हैं सिरिस्ता भी है लेकिन आज तक कैमरा नहीं …. तीसरा भवन भी बना लेकिन बड़ा बाबू का न चैंबर गया न ही सिरिस्ता … हाँ वहां भी कुछ लोग आइओ से मिलते हैं जा कर वहां भी सशरीर उपस्थिति दर्ज होती है …
उपस्थिति के बीच ? अब रहने दें ‘बोली की गोली’ फंस गयी आर पार तो पाठक खुद स्कैन कर समझ लेंगे