बिहार में सेक्स रैकेट के एक बड़े धंधे का खुलासा रोहतास पुलिस ने किया है … सेक्स नेटवर्क मुजफ्फरपुर, रक्सौल, बंगाल से लेकर नेपाल और मुंबई तक फैला है …. पुलिस ने जिस्मफरोशी के धंधे में शामिल कई लोगों को पकड़ा है, जो बिहार से लेकर मुंबई तक बड़े-बड़े सफेदपोश लोगों के पास लड़कियों की सप्लाई करती थी …. मुजफ्फरपुर के एक थाना क्षेत्र में एक साथ तीन जगहों पर चल रहा था नेटवर्क के जुड़े लोगों का सेक्स रैकेट का चकला घर … लेकिन सभी रातो रात घर शिफ्ट कर लिए थे कुछ दिन पूर्व … इस धंधे में ‘बुआ’ नाम से चर्चित है मुख्य सरगना … यही महिला अपने पार्टनर और बाउंसर के साथ मिलकर लड़कियों को जिस्मफरोशी के दलदल में उतारती थी….मुजफ्फरपुर में चल रहे रैकेट के खिलाफ थाना स्तर से बड़ी लापरवाही दिखी थी ….
रोहतास जिला के बिक्रमगंज से खबर आ रही है …. जहां सोमवार को बिक्रमगंज थाना क्षेत्र के धनगाई में संदिग्ध स्थिति में हुई 15 वर्षीय लड़की सिया कुमारी की मौत हो गयी …. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बड़ा खुलासा किया …. मामले में मृतक सिया के कथित बुआ रेखा देवी सहित दो अन्य लोगों की गिरफ्तारी हुई …. उसके बाद एक एक कर कई राज खुले … बताया जाता है कि सिया कुमारी की संदिग्ध मौत थी …. तथा उससे जबरन नाच गाना का काम करवाया जाता था …
आरोप है कि इसी मामले को लेकर सिया कुमारी की हत्या कर दी गई ….. पुलिस ने जब इस मामले में तफ्तीश किया तो बिक्रमगंज के धनगाई से रेखा देवी की गिरफ्तारी हुई …. साथ में पुलिस ने 9 लड़कियों को भी वहां से बरामद कर उसे उसके घर भेज दिया …. बताया जाता है की रेखा देवी आस-पास के गांव से लड़कियों को डांस आर्केस्ट्रा में काम करने के लिए अपने पास रखती थी तथा उस पर अनैतिक कार्यों के लिए भी दबाव डालने का आरोप है …. इस संबंध में पास्को एक्ट के अलावे अनैतिक व्यापार एवं निवारण अधिनियम के तहत बिक्रमगंज थाना में केस भी दर्ज किया गया है ….
इस रैकेट का तार धीरे धीरे पुरे बिहार में फैल रहा है … जिस जिलो में रेड लाइट यानी तवायफ मंडी नहीं है उन जिलों में तो ये धंधा चल ही रहा है …. साथ ही अन्य जिलों में रेड लाइट इलाके से परहेज करने वालों के लिए सुरक्षित स्थान चकलाघर होता है … चकलाघर की संचालिका के साथ जो पुरुष होते हैं वह अब शराब धंधे में भी जुड़े हैं … इस गंदे धंधे में ब्लैक मेलिंग तक का बड़ा खेल के साथ शराब कवाब और जिस्म परोसा जाता है … कई चकलाघरों के बाहर की तस्वीरों पर गौर करें तो जो बाइक लगती है उससे कई तरह के लोग बेनकाब भी होते हैं ..
उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर की बात की जाए तो एक नहीं करीब करीब सभी थाना क्षेत्र में ये धंधा फलफूल रहा है … हद तो ये है इस धंधे से जुड़े कई लोग जले गए जेल से बाहर आए तो क्या कर रहे है ये थाना जानकारी नहीं लेता ….. मुजफ्फरपुर से रक्सौल, बंगाल से लेकर नेपाल और मुंबई तक फैला है रैकेट का सिंडिकेट …. जुआ और नशे का कारोबार के साथ जिस्म की मंडी बने ये छोटे छोटे रिहायशी इलाके का चकलाघर पर कार्रवाई कम ही देखने को मिलता है जो अपराध का कारण भी माना जा सकता है …. किसी बड़े घटना के बाद अपराधियों का ये सुरक्षित ठिकाना होता है …. रोहतास पुलिस ने एक मौत के बाद कार्रवाई किया …. अब देखना दिलचस्प होगा बिहार के अन्य जिले जहाँ से तार जुड़े हैं वहां ऐसी कितनी बुआ जी और भाभी जी मौजूद है उनके खिलाफ क्या कार्रवाई होती है