बिहार के राजधानी पटना में हाई वोल्टेज ड्रामा आज एक थाना में देखने को मिला …. जब बिहार कैडर के IAS बिहार के पूर्व गृह सचिव और 1988 बैच के IAS अधिकारी सुधीर कुमार पटना के SC/ST थाना पहुंचे थे एक FIR कराने …. ऐसे लोगों के खिलाफ FIR था कि थानेदार आवेदन लेकर 4 घंटे तक गायब रहे … पूर्व अधिकारी थाना के कोतवाल के चैंबर में बैठे रहे और कोतवाल जो भागे तो चार घंटे बाद आए नजर …
https://youtu.be/tTbO479TchU
इस बीच राजधानी के दो थानेदार सुधीर कुमार को समझाने पहुंचे पर वे नहीं माने …. 4 घंटे के बाद थानेदार लौटे और उनसे कहा कि आपका आवेदन अंग्रेजी में है इसलिये पहले इसे समझना होगा तब कुछ आगे की कुछ कार्रवाई होगी …. FIR में ऐसे लोगों का नाम था कि थानेदार को बेहोशी छा गया और वो वहां से निकल गया और सीधे गांधी मैदान SSP कार्यालय पहुंच गए ….
बीएसएससी के पूर्व सचिव सुधीर कुमार ने लिखित में दिया आवदेन …. जालसाजी, झूठ कागजात और गलत एविडेंस लगाकर फसाने का आरोप लगाते हुए SCST थाने में लिखित में दिया आवेदन …. आवेदन में बिहार के चर्चित माने जाने वाले कई आईपीएस अफसर सरकार समेत कई माननीय पर फसाने का लगाया आरोप
5 मार्च को शास्त्री नगर थाने में एफआईआर करने गए थे आईएएस सुधीर कुमार वहां पटना के एसएसपी उपेन्द्र शर्मा और डीएसपी राजेश कुमार के सामने दिया आवेदन चार माह बाद भी नही हुआ एफआईआर ….. इस बार भी एफआईआर नही होने की कही बात एफआईआर दर्ज नही होने आरटीआई से एसएसपी से मांगा जवाब फिर भी एसएसपी की ओर से नही आया कोई जवाब …. आईएएस सुधीर कुमार ने लगाया आरोप आवेदन की जांच की बात कह थानेदार ने थाने से लौटाया
चार घंटे इंतजार के बाद भी नही हुआ मामला दर्ज …
सरकार का लक्ष्य है SC/ST ACT को मजबूत करना है वोट लेना है अब क्या होगा अब तो सरकार खुद फंस रही है FIR थाना में दर्ज नहीं होने से … भले अभी FIR की कॉपी सामने नहीं आया है लेकिन सुधीर कुमार का FIR का आवेदन अगर कोई पढ़ लेगा तो सभी का होश उड़ जायेगा ….. राजनीतिक गलियारे के बड़े चेहरों के साथ चर्चित दमदार कहे जाने वाले कई आईपीएस को आरोपी बनाया गया है …