“अनसुनी कहानी” के पिटारा से ले कर आए हैं हाजत में सुरंग … घटना मुजफ्फरपुर जिला के शहरी इलाके के मिठनपुरा थाना की है … घटना 2011 की है जब एक अपहरण मामले में अभियुक्त को पुलिस अभिरक्षा में हाजत में बंद किया गया तो दिन भर ओ. आर के पुलिस कर्मी की नजर रही … थाना में मुंशी के कार्य में कोई बेहतर न होने की स्थिति में एक ASI के भरोसा पर सिरिस्ता का कार्य था …

रात हुई देर रात एक पत्रकार को कोतवाल ने थाना बुलाया, बोले आइए बैगन का चोखा और लिट्टी बनाया है रग्घू ने मेस में … थोड़ा एक कम्प्यूटर भी देख लीजिएगा एक चालू करना है … पत्रकार पहुंचे कोतवाल के कक्ष में बैठे … लिट्टी चोखा का स्वाद के साथ भर पेट खाया .. और फिर कोतवाल ने कोल्ड ड्रिंक मंगवाया …कोल्ड ड्रिंक के साथ कंप्यूटर भी ठीक हुआ … इसी बीच कोतवाल से अलग हो पत्रकार थाना के पीछे चले गए …. थाना के पीछे अमल पानी के लिर रग्घू से ही माचिस लिया और टहलने लगे … एकाएक नजर हाजत के पीछे दीवार पर गयी … दीवार में छेद था पत्रकार का होस उड़ गया पीछे अँधेरा और फिर जिला स्कूल का दिवार फांदना था और बंदी फरार … इसी बीच पत्रकार ने उसी स्थान पर रुक कोतवाल को मोबाइल पर कॉल लगाया और कोतवाल आए … कोतवाल ने देखते हुए बोला अरे बाप रे हनुमान जी आप को भेज दिया पीछे … फिर हथकड़ी निकला बंदियों को लगाया गया … पुलिसिंग तो जबरदस्त हुई मन भर के उसके बाद कल हो कर फिर हाजत में बने सुरंग को ठीक कराया गया …