PNB के ग्राहक के खतों से रुपया उड़ाने वाले प्रकरण में चौंकाने वाला एक खबर सामने आया है … चौंकाने वाली खबर ऐसी जिससे आप के होस जुड़ जाएंगे .. न सिर्फ बैंक कर्मी, बैंक के बड़े बड़े अधिकारी कितने गंभीर हैं अपने खाताधारकों के लिए ये जान कर आप के होस उड़ जाएंगे …. PNB के बड़े बड़े अधिकारी की लापरवाही ने खाताधारकों के खाते में सेंध लगाने में सफल होते रहे साइबर फ्रॉड
मुजफ्फरपुर जिला पुलिस द्वारा पिछले दिनों PNB बैंक के रैकेट का खुलासा किया गया … इस रैकेट में बैंक कर्मी भी रहे शामिल .. बैंककर्मी की गिरफ़्तारी के बाद कई लोगों के नाम का खुलासा हुआ था …. इस मामले में जेल भेजे गए PNB कर्मी और उनके सहयोग से खाताधारकों के खाता से रुपया उड़ाने वाले एक बड़े रैकेट का नाम उजागर हुआ और फिर एक – एक कर कई लोग फिरफ्तर हुए और जेल भेजे गए … ….

PNB बैंक फ्रॉड मामले में कोर्ट में सुनवाई चल रही है …इस बीच एक बड़ा चौकाने वाला मामला सामने आया है …पुलिस टीम में साइबर के एक्सपर्ट से ले कर साइबर के अच्छे ज्ञाता जो थे उसमे एक एसएसपी मुजफ्फरपुर के जयंत कांत भी थे … तफ्तीश टीम को फ्रॉड टीम से पूछ ताछ और तफ्तीश के दौरान लगातार ये जानकारी मिल रही थी कई खाता से बैंक फ्रॉड गिरोह के सदस्य और उनके सहयोगी रुपया की निकासी उस दौरान भी कर रहे है ….. पुलिस द्वारा बैंक के बड़े बड़े अधिकारी को इत्तला किया जा रहा था लेकिन एक भी PNB बैंक के अधिकारी इसके लिए गंभीर नहीं हुए … हद तो ये रहा बैंक अधिकारियों को पुलिस द्वारा जब सूचना दी जाती थी उसी वक्त रुपया निकलता रहा …. PMB न्यूज़ को एक PNB ब्रांच से ये भी सूचना मिली थी कि कुछ महिला रुपया निकासी के लिए पहुंची थी लेकिन उक्त ब्रांच में रुपया निकासी नहीं किया गया था ये कहते हुए कि खाता अभी फ्रिज है … PNB के बड़े अधिकारी की बड़ी लापरवाही से जो बैंक फ्रॉड के खातों से बड़ी रकम की निकासी उनके गिरोह के लोगों ने कर लिया ….

FILE SSP JAYANT KANT
मुजफ्फरपुर नगर थाना में 3 जुलाई 21 को कांड संख्या 487/21 राम देव राम के आवेदन पर दर्ज किया गया था … रामदेव राम के खाता से 29 जून 21 को बीस लाख रुपया,30 जून को दो लाख और फिर 40 हजार उड़ा लिया गया … राम देव राम जब जिला के एसएसपी जयंत कांत से मिल कर आपबीती बताया तो न सिर्फ एफआईआर दर्ज हुआ था खुद एसएसपी तफ्तीश का नेतृत्व अपने हाथो में लेते हुए दो डीएसपी स्तर के पदाधिकारी के साथ कई पुलिस अफसरों के टीम में लगाया था … जिसमे PNB का कर्मी नितेश कुमार की महत्वपूर्ण गिरफ़्तारी हुई जिसके निशानदेही पर कई और लोग पुलिस द्वारा उठाए गए … एक सिंडिकेट बना कर एक गिरोह बना बैंक फ्रॉड की घटना को अंजाम दिया जा रहा है … ताज्जुब की बात तो तब रहा जब ये पुलिस को जानकारी गिरफ्तार बैंककर्मी और अन्य लोगों से मिली कि कोई प्रोफ़ेसर तो कोई एनआरआई के खाते को भी सेंध मार चुके हुए है यह गिरोह … तफ्तीश और गिरफ़्तारी के बाद गिरोह का तो खुलासा हो गया लेकिन बड़ी बात जो सामने आयी वह PNB के अधिकारी के लापरवाही को उजागर करता है …
PNB बैंक कर्मी नितेश कुमार तो छोटा पियादा रहा बैंक का जिसने गिरोह के सदस्यों को मदद किया और खुद भी खातों से लूटी गई रकम का हिस्सेदार बनता गया … सभी जेल गए एक दो अभी भी फरार हैं … अगर पुलिस आगे तफ्तीश करती और जिस तरह अधिकारी बैंक के सचेत नहीं हुए …. समय रहते निकल रहे रुपया को रोकने का प्रयास नहीं किया उसमे वह भी आईपीसी की धाराओं में दोषी हैं उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए थी जो नहीं हुआ …. अब देखना दिलचस्प होगा न्यायालय के ट्रायल में और भी दोषी सामने आएँगे या फिर वह अपनी लापरवाही के बावजूद बच जाते हैं … पुलिस के लिए रास्ता अभी भी खुला है अगर तफ्तीश की कड़ी को विराम न देते हुए आगे बढे तो और भी बैंक कर्मी होंगे बेनकाब