कुढ़नी विधान सभा चुनाव से पूर्व महागठबंधन के उम्मीदवार बने जदयू के पूर्व मंत्री मनोज कुशवाहा के लिए एक बड़ी चुनौती सामने आ सकती है … पूर्व मंत्री मनोज कुशवाहा पर ऐसे वक़्त में नीतीश ने भरोसा दिखाया है जब विधायकी का कार्यकाल मात्र कुछ वर्ष ही रहेगा …. राजद खेमे में ये साफ़ हो गया कि कुढ़नी में मैदान फ़तेह करने वाला कोई बड़ा चेहरा सामने नहीं मिला जिस वजह से राजद का सिटिंग सीट महागठबंधन में जदयू के खाते में दे दिया गया …. पूर्व की बात करें तो जदयू से हीं मनोज कुशवाहा ने चुनाव जीत मंत्री के पद पर भी विराजमान हुए थे

कुढ़नी में चर्चाओं के बीच महागठबंधन और भाजपा का सीधा टक्कर होना है … महागठबंधन खेमा से राजद का सिटिंग सीट होने के वजह से राजद खेमा में एक उत्साह था कि कोई दूसरे राजद कार्यकर्ता को मौका मिलेगा लेकिन ऐसा कुछ सामने नहीं आया … राजद के कई कार्यकर्ताओं में बड़े चेहरे चुनावी दंगल में कूदने को बेताब थे …. राजद कार्यकर्ताओं का ये सपना पूरा नहीं हो सका, राजद कार्यकर्ता महागठबंधन के उम्मीदवार के पक्ष में कितना मत दिलाने में कामयाब होते हैं या फिर भितरघात का शिकार होते है मनोज कुशवाहा ये देखना दिलचस्प होगा

महागठबंधन के उम्मीदवार के घोषणा के बाद बीजेपी टक्कर देने के लिए दमखम वाले उम्मीदवार को मैदान में चुनावी जंग में उतार कर कुढ़नी जितने के लिए बेताब है .. केदार गुप्ता जो मुखिया से विधायक तक का सफर तय कर वर्तमान में पूर्व विधायक हैं, कुढ़नी में दो मुखिया रहे नेता में एक मंत्री तक बने तो दूसरे विधायक की कुर्सी का स्वाद चख चुके हैं ऐसे में एक बार फिर बीजेपी केदार गुप्ता पर भरोसा दिखा दिया है, अब चुनावी दंगल में स्थानीय दो अन्य उम्मीदवार जो दूसरी पार्टी से चुनावी दंगल में होंगे वह गेम चेंजर साबित होंगे बीजेपी और महागठबंधन के बीच वहीं मनोज कुशवाहा के बेहद करीबी माने जाने वाले एक जदयू नेता इन दिनों अलग खेमा में हैं ऐसे में मनोज कुशवाहा के लिए बड़ी चुनौती ये बन रही है अपने भी खफा हैं वहीं कुछ नेताओं के द्वारा मनोज कुशवाहा की एक तस्वीर मदिरा का वायरल किया गया है इसका क्या प्रभाव सामने आएगा यह भी देखना होगा