पटना की SVU टीम ने एक बार फिर एक बड़े सरकारी पद वाले धनकुबेर का किया है खुलासा … विशेष निगरानी इकाई के अधिकारियों द्वारा छापामारी की कार्रवाई अभी चल रही है जिसकी देर रात तक चलने की सम्भावना है … रूपक कुमार का लगभग करोड़ों रुपये का आय से अधिक सम्पति का पता चला है … रूपक कुमार, Assistant Inspector General (Region), Prison and Correctional Services के विरुद्ध उनके आवास और सरकारी दफ्तर में कार्रवाई चल रही है … उनके आवास और पुराना सचिवालय स्थित उनके दफ्तर से 5.80,822/- रू0 नगद बरामद किया गया है .. इसके अलावे बैंक के पासबुक और निवेश के विभिन्न कागजात मिले हैं … सरकारी कार्यलय में भी धन मिलने से साफ़ है कि ये रकम हाल में ही नजराना से प्राप्त किया गया है …

धनकुबेर बने रूपक कई पद पर रहते हुए अब इस पद पर रहते हुए SVU के रडार पर आए … रूपक कुमार का पटना में आशियाना नगर, फेज-11, सी० ब्लॉक में आलीशान मकान है … मकान की भव्यता और साजो-सज्जा देख कर अधिकारी हैरान हैं तीन मंजिला मकान के साजो-सामान में लाखों रुपये खर्च किये गए … मकान की दीवारों की सुन्दरता के लिए लाखों रुपये की पेंटिंग लगाई गई हैं … पूर्ण रूप से सुसज्जित मकान की कीमत लगभग 02 से 03 करोड़ बताया जा रहा है …

रूपक कुमार अवैध कमाई से न सिर्फ धन और दौलत के साथ स्वर्ण आभूषण बनाया ये चार राज्यों में संपत्ति बना कर बन गए धनकुबेर … रूपक कुमार के ठिकाने पर छापामारी के दौरान मिले अचल सम्पति का विवरण जान कर आप भी हैरान हो जाएंगे … जेल विभाग में भी इतनी कमाई होती है …
देवघर, झारखण्ड में इनके नाम से जमीन का बड़ा प्लॉट है …. . जमशेदपुर के पॉश इलाके दिमना में आलीशान 3 B.H.K. का फ्लैट है और जमीन का प्लॉट की खरीद …. रांची में इनके फ्लैट और जमीन के कागजात मिले हैं …
सिलीगुड़ी, पश्चिम बंगाल में जमीन और फ्लैट के कागजात मिले हैं … नोएडा के गौर सिटी में commercial दुकाने हैं … नोएडा में रूपक ने प्लॉट खरीदा है … बिहटा पटना में उनकी जमीन का प्लॉट है … लोदीपुर, पटना में इनके फ्लैट है … बेंगलुरू में इन्होंने जमीन के प्लॉट खरीदने का एग्रीमेंट कर रखा है … इस अचल सम्पत्ति के अतिरिक्त छापामारी के दौरान रूपक कुमार के आवास से लाखों रुपये के सोने के गहने मिले हैं,जिनका मूल्यांकन अभी चल रहा है … जिसकी कीमत लगभग 50 लाख रुपये से अधिक जा सकती …. इस विभाग के एक अधिकारी के ठिकाने धनकुबेर का खजाना सामने आया है … इस विभाग के निचले स्तर के भी कर्मी ऐसे ही धनकुबेर बन चुके हैं ऐसी अब चर्चा होने लगी है …