मुज़फ्फरपुर न ब्लास्ट न फायरिंग फिर भी टक्कर – MLC चुनाव में दो सिंह के गर्जना के बीच खेला होबे

pmbnewsweb
4 Min Read
मुजफ्फरपुर MLC चुनाव में इस बार काफी चर्चा है, इस चर्चा के दौरान सोशल मीडिया से ले कर बड़े मीडिया के लिए हर दिन एक खबर सुर्खियों में जरूर रह रहा है MLC चुनाव पर, कयासों के बीच खुफिया रिपोर्ट भी सामने आया लेकिन इन सब के बीच दोनो दबंग कोई ऐसी गलती नहीं करेंगे जिस से चुनाव के साथ राजनीति भविष्य पर बट्टा लगे …..जी हां हम बात कर रहे हैं पोलटिकल कम्बो दबंग दिनेश सिंह और दबंग बाहुबली शम्भू सिंह की  ……दोनो दबंग MLC चुनाव में आमने सामने दंगल में हैं …..
चुनावी परिणाम चौकाने वाला ही आएगा लेकिन इस बीच शम्भू सिंह को आशुतोष शाही की तरह पोलटिकल मंच पर सुर्खियां मिल गयी, आशुतोष शाही चुनाव लड़े भी नहीं लेकिन MP चुनाव में नामांकन मात्र से ही सुर्खियों में तब आ गए जिस दौरान उनकी चर्चा किसी मामले में होने लगी थी……..उसी 302 में शम्भू सिंह भी चर्चा के बीच आए थे  ….ऐसे शम्भू सिंह को नाम के चर्चा की जरूरत नहीं थी, अंडरवर्ल्ड में शम्भू मंटू सिंडिकेट का नाम किसी चर्चा का मोहताज नहीं, खुद अंडरवर्ल्ड में एक ब्रांड कारपोरेट सिंडिकेट है

दिनेश सिंह के टक्कर में पूर्व के चुनावी दंगल में टक्कर नहीं रहा, 2022 में उन्हें अपने कॉम्बों के साथ चहलकदमी के लिए उतरने को मजबूर कर दिया, उपहार के साथ गिफ्ट का दौर जारी है,ये बात अलग है कि सिंह के सामने सिंह होने से गिफ्ट का आकार प्रकार बढाना पर रहा होगा ….. वहीं शम्भू सिंह उपहार में सम्मान में एक माला तक सीमित हैं, हाँ एक सेल्फी और तस्वीर की क्लिक के लिए मिलने वाले बेकरार रहते हैं , लाजमी है अंडरवर्ल्ड का वह चेहरा जिसे किसी ने कभी न देखा हो उस मुस्कुराते चेहरा के साथ तस्वीर की लालसा तो होगी हीं, होली के रंग के साथ गिफ्ट शम्भू सिंह के तरफ से भी मार्च के होली के आगे पीछे मिलना शुरू होगा ऐसा चर्चा है

जातीय समीकरण के मत पर गौर करें तो एम वाई समीकरण में शम्भू का खेमा अभी तक मजबूत है,यादव में 20% दिनेश सिंह के तरफ है तो मुस्लिम वोटर्स में 30% दिनेश सिंह की तरफ,ये आंकड़ा चौकाने वाला है ……शम्भू सिंह के तरफ अगर 80% और 70% MY समीकरण है तो वह पलरा भाड़ी है, शम्भू अपने विरादरी पर 80% कब्जा जमा लेते हैं तो अन्य वोटर के साथ दिनेश सिंह के लिए मुश्किल खड़ा करने में कामयाब हो जाएंगे

बिहार अंडरवर्ल्ड में जैसे पूर्व में अपराध से हट कर राजनीति के मैदान में कूदे कई बाहुबली अपराध की दुनिया से दूर हुए, वैसे हीं शम्भू सिंह के लिए ये चुनाव महत्वपूर्ण है, शम्भू सिंह को राजद नेताओं का समर्थन मिल रहा है अगर उसमें  वोट की ठेकेदारी से भितरघात न हो तब   …  मटर, चुरा पकौड़ी के बीच हुए चुनावी चर्चा का भी लाभ मिलने की उम्मीद जताई जा रही है  …. शम्भू सिंह को अगर पराजय की तरफ ले गया ये चुनावी दंगल तो अपने ही करीबी जो वोट मैनेजर बने है उसी में से एक दो के भितरघात के शिकार हो सकते हैं   … जैसे विधान सभा चुनाव में पूर्व मंत्री सुरेश कुमार शर्मा के अपने साथ रहने वाले कुछ चेहरों ने ही उन्हें हार के बीच ला खड़ा किया   … शम्भु की राजनीति में सही सलाहकार की कमी के बीच दिनेश सिंह का पाला फिलहाल भारी नजर आ रहा है   … अब देखना दिलचस्प होगा कॉरपोरेट सिंडिकेट के नाम से प्रचलित शम्भू सिंह अंडरवर्ल्ड के दुनिया में फेमस होने के बाद पॉलिटिकल मंच पर अपना सिक्का जमा पाते हैं या नहीं   ..

Share This Article