मुज़फ़्फ़रपुर में अक्सर भूमि विवाद के बीच भूमाफियाओं में अदावत देखने को मिलता रहता है … ताजा मामला कहनानी हत्या कांड के बाद चर्चा में आए प्रॉपर्टी डीलर विजेंद्र सिंह उर्फ विक्कू से 50 लाख की रंगदारी का सामने आया … विक्कु के द्वारा मिठनपुरा थाना में गैंगस्टर मंटू शर्मा, गोविंद शर्मा और रंजय ओंकार सहित कई को आरोपी बनाते हुए एक एफआईआर दर्ज कराया गया … मिठनपुरा थाना में दर्ज एफआईआर के बाद एसएसपी जयंत कांत के निर्देश पर राम नरेश पासवान नगर डीएसपी के नेतृत्व में तफ्तीश शुरू किया गया … तफ्तीश के दौरान इंटरनेट के माध्यम से रंगदारी मांगने की पुष्टि होने के बड़ा आरोपियों की गिरफ़्तारी के लिए पुलिस लगातार लगी हुई थी … इसी बीच अहले सुबह नाटकीय अंदाज में रंजय ओंकार की गिरफ़्तारी रविवार को हो गयी ..

ओंकार से एसएसपी के नेतृत्व में पूछ ताछ
गिरफ़्तारी के बाद एसएसपी के नेतृत्व में पूछ ताछ के बाद सोमवार को टाउन डीएसपी रामनरेश पासवान ने भी बयान कलमबंद किया …. पुलिस सूत्रों की माने तो ओंकार से पूछताछ के दौरान वीडियो रिकॉर्डिंग भी की गई….. पुलिस टीम ने न्यायिक हिरासत में भेजने से पूर्व ओंकार का सदर अस्पताल में मेडिकल जांच कराया … नगर डीएसपी ने बताया कि ओंकार सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज था मिठनपुरा थाना में जिसमे ओंकार के अतिरिक्त बाबुल चौधरी, गोविन्द शर्मा के साथ मंटू शर्मा और चार पांच अन्य लोग आरोपित बनाए गए है … इसी मामले में ओंकार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है

विक्कु पर लगाया ओंकार ने बड़ा आरोप
ओंकार ने सदर अस्पताल में खुद को निर्दोष बताते हुए मीडिया को बताया कि हमलोगों का 45 लाख रुपया गबन किया गया है परिवादी के द्वारा … जमीन को लेकर विवाद था … 45 लाख रुपया गबन कर लिया गया था .. उसी रकम के मांग करने पर झूठा केस दर्ज कराया गया है .. हालाँकि गबन मामले में एफआईआर दर्ज क्यों नहीं किया गया तो ओंकार ने बताया कि जल्द इस मामले में कानूनी कार्रवाई किए जाएंगे … रंगदारी मांगने की बात बिलकुल झूठा और बेबुनियाद है .. ओंकार ने जो भी सफाई दिया वह पुलिस जांच और अनुसंधान का विषय है … फिलहाल ओंकार को पुलिस ने जेल भेज दिया है … जमीन विवाद से जुड़ा हाई प्रोफाइल मामले में आगे क्या कार्रवाई अब पुलिस को होती है देखना दिलचस्प होगा