नस्ल बर्बाद करने वाला स्मैक के खिलाफ हमारा मुहीम जारी है …. आज “बोली की गोली” में अड्डा पार्ट 2 में मुजफ्फरपुर जिला मुख्यालय से सबसे करीब मुशहरी प्रखंड इलाका में हो रहे कारोबार को सामने ला रहे हैं … ….
लीची के मिठास के लिए विश्व में प्रचलित यहाँ के किसान भाई हैं … दुनिया को मिठास देने वाले इलाके में अब नीला धुआं के साथ दिया जा रहा है बाहरी लोगों और स्थानीय कुछ असामाजिक लोगों द्वारा जहर ….. जी हाँ सही पकड़े हैं … ये नीला धुंआ है स्मैक … शराब के लिए प्रचलित मुशहरी थाना क्षेत्र् अब स्मैक के कारोबार में भी आगे आ गया …
मुशहरी गांव, कोठिया, चौधरी टोला, मुसहरी थाना और सदर थाना का सगहरी, नया गांव डुमरी, भटौलिया , दिघरा टोला मनिका हरिकेश सहित जिला मुख्यालय से मुशहरी थाना पहुंच वाले रास्ते में थाना से चंद कदम पूर्व कारोबार फल फूल रहा है …. बावजूद इसके पुलिस को इसकी भनक नहीं या फिर मौन ख़ामोशी ….
इस क्षेत्र में शराब की जो भी बड़ी खेप पकड़ा गया वह पटना मधनिषेध टीम द्वारा या फिर जिला ए एल टी ऍफ़ द्वारा …. समझा जा सकता है की जब स्थानीय पुलिस शराब नहीं पकड़ सकती तो स्मैक का चला आ रहा कारोबार कैसे रुकेगा …. बड़ा सवाल है अवैध कारोबारी किसी न किसी रूप में दो मंजिला कैम्पस वाले कार्यलय तक भी क्षेत्र में जाते हैं …
(अगले दिन पढ़ें अहियापुर थाना क्षेत्र में स्मैक का बड़ा कारोबार)