बिहार में कोई भी चुनाव हो अक्सर कई तरह के प्रलोभन के साथ उम्मीदवार मतदाता को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए हर तरह से उपाय में जुटे रहते हैं … बिहार में शराबबंदी के बाद अक्सर कोई भी चुनाव से पूर्व पुलिस को शराब पर लगाम लगाने के लिए बड़ी मसक्कत करनी होती है … मुजफ्फरपुर में नगर निगम के चुनाव से पूर्व जिला पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है शराब पर लगाम लगाने के लिए

मुजफ्फरपुर नगर निगम क्षेत्र में कई ऐसे वार्ड हैं जहाँ पूर्व में देखने को मिला है … चुनाव के घोषणा के बाद इलाके विशेष को चिन्हित कर शराब का खेप पहुँचाया जाता है … इलाके विशेष के कुछ वोट के ठेकेदार अपने क्षेत्र से वोट दिलाने के दावों के बीच न सिर्फ शराब बांटने में जुटे रहते हैं खुद भी इस कारोबार में लिप्त रहते हैं …. बड़ी मात्रा में पहुँचने वाले शराब में जहरीली शराब इलाके में न पहुंचे और तो और स्थानीय स्तर पर मिलावट वाली शराब के कारोबार को रोकना भी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती होगी

पुलिस के लिए बना चुनौती के बीच एसएसपी जयंत कांत से जब बात की गयी तो एसएसपी ने कहा कि चुनाव ही नहीं शराब के खिलाफ लगातार जिला पुलिस के साथ ALTF टीम लगातार कार्रवाई कर रही है .. सूचना कई सामने आए हैं जिसमे ये भी सामने आया है की कुछ लिस्टेड कारोबारी जो पूर्व में भी जेल गए हैं, वैसे लोग कुछ संभावित प्रत्याशी के समर्थक हैं .. वैसे लोगों पर विशेष नजर है … शराब के खिलाफ चल रहे कार्रवाई में अब सिविल ड्रेस में शहरी क्षेत्र में सूचनाएं एकत्रित कराई जा रही है …. अभी तक कई थाना क्षेत्र में करीब एक दर्जन लोग चिन्हित हुए हैं जो रडार पर हैं