बिहार में गुरूवार के दोपहर बाद सूबे में बड़ी खबर बनी रही कोर्ट में जज की पुलिस वाले ने पिटाई कर दिया ……. आरोप है झंझारपुर एडीजे अविनाश कुमार प्रथम के चेंबर में घोघरडीहा थानाध्यक्ष गोपाल कृष्ण और एएसआई अभिमन्यु कुमार शर्मा ने एडीजे पर हमला कर दिया … एडीजे के साथ हाथापाई की गई, हंगामा के बीच थानाध्यक्ष ने एडीए पर पिस्टल तान दिया … चेंबर से हल्ला सुनने के बाद कोर्ट परिसर(बरामदे) में मौजूद अधिवक्ता और कर्मियों ने दौड़कर थानाध्यक्ष के हाथ से उसका पिस्टल छीना और स्थिति को काबू में किया …. आपाधापी में पुलिस के दोनों अधिकारी और जज साहब के अलावा एक चतुर्थ वर्गीय कर्मी ,कुछ अधिवक्ता घायल हुए …. भीड़ ने दोनों पुलिस अधिकारियों की भी पिटाई भी कर दी ….. भीड़ में कौन थे जिसने दरोगा को लहूलुहान किया इस सवाल का जवाब अभी तक सामने नहीं आया है लेकिन देर शाम तक लहूलुहान दरोगा की तस्वीर भी अब सामने आ गयी है …….

घटना की सूचना मिलते ही सारे अधिवक्ता न्यायालय कक्ष के समक्ष जमा हो गए और कथित तौर पर हमला करने वाले दोनों पुलिस अधिकारी को अपने कब्जे में लेकर चैंबर में ही धकेल कर बंद कर दिया … कमरे में बंद पुलिस वालों की तस्वीर साफ़ नजर आ रही है …. अधिवक्ताओं का कहना है यह दोनों पुलिस अधिकारी को कोर्ट से ही रिमांड कर भेजा जाए और प्राथमिकी दर्ज की जाए ….
जानकारी के मुताबिक एडीजे प्रथम अविनाश कुमार ने घोघरडीहा थानाध्यक्ष को उसी थाना क्षेत्र के एक महिला आशा देवी के द्वारा दिए गए एक आवेदन के आलोक में पूछताछ के लिए बुलाया था … बुधवार को ही पुलिस अधिकारी को बुलाया गया था जबकि वे गुरुवार को 2 बजे पहुंचे … पूछताछ के क्रम में ही कहासुनी हो गयी,पुलिस अधिकारी जज के साथ हाथापाई करने और पिस्टल तानने की बात कही जा रही है ….
जानकारी के मुताबिक एडीजे प्रथम अविनाश कुमार ने घोघरडीहा थानाध्यक्ष को उसी थाना क्षेत्र के एक महिला आशा देवी के द्वारा दिए गए एक आवेदन के आलोक में पूछताछ के लिए बुलाया था … बुधवार को ही पुलिस अधिकारी को बुलाया गया था जबकि वे गुरुवार को 2 बजे पहुंचे … पूछताछ के क्रम में ही कहासुनी हो गयी,पुलिस अधिकारी जज के साथ हाथापाई करने और पिस्टल तानने की बात कही जा रही है ….
घटना की जानकारी मिलते ही आनन-फानन में पहुंचे अधिकारी …. एसडीएम और डीएसपी मौके पर पहुंचे … दोनों अधिकारी एडीजे के साथ बैठक किए …. कहा जा रहा है कि जज के आवदेन पर दोनों पुलिस अधिकारी पर स्थानीय थाना में एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी ….

इधर इस मामले में यह भी चर्चा है कि एडीजे प्रथम अविनाश कुमार ने एक नाबालिग लड़की के अपहरण मामले में पुलिस की ओर से सही धारा न लगाने औऱ एसपी के सुपरविजन रिपोर्ट में मामले की लीपोपती किये जाने पर बेहद सख्त रुख अख्तियार किया था. एडीजे ने मधुबनी के एसपी डॉ सत्य प्रकाश के खिलाफ डीजीपी, होम मिनिस्ट्री, राज्य और केंद्र सरकार को खत लिखा था. कोर्ट ने लिखा था कि मधुबनी के एसपी को कानून के साथ साथ आपराधिक मामलों में सुसंगत धारा लगाने की सही जानकारी नहीं है.-लिहाजा उन्हें आईपीएस ट्रेनिंग सेंटर हैदराबाद में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाए