‘बोली की गोली’ में वह सच ले कर आए हैं जो हर करीब करीब थाना क्षेत्र में हो रहा है … हाकिम हो या मुख्यालय कोई कुछ करे रेट कुछ कोतवाल का ही बढ़ रहा है … एक राजा ने हाथी के सुरक्षा और उसके भोजन व्यवस्था के लिए महावत के ऊपर एक आदमी को लगाया …. हाथी का शरीर कमजोड़ होने लगा फिर दूसरे को एवंप्रकार पांच लोगों को लगाया गया और फिर हाथी एक दिन स्वर्ग सिधार गया … ये कहानी चरितार्थ हो रही है बिहार में शराबबंदी पर … हाथी के सुरक्षा में जितने लोग लगे थे सभी शेयर उसके भोजन खरीद में करने लगे और फिर मौत ..
बिहार में शराबबंदी के बाद उत्पाद विभाग, मध निषेध विभाग और फिर जिलों में ALTF का गठन … ALTF के नेतृत्व में थानों में ALTF के मार्गदर्शन में कार्य के लिए पुलिस वाले लगे … लेकिन सच्चाई जान आप हैरान हो जाएंगे … शराब प्रतिदिन सेवन करने वाले आज भी सेवन कर रहे हैं …होली ऐसे मौके पर बड़ी बड़ी सुरक्षा के दावों के बीच शराब हर जिला में पहुँच गया और पहुँच रहा है …. ड्रोन कैमरा हो या कुछ भी लगे थाना के बगैर मिलीभगत से शराब की बिक्री नहीं होती … ये जरूर है जितने टीम बनाए गए उस टीम को मुनाफा हो या नहीं थाना का रेट बढ़ता गया … 50 हजार ट्रक से अब ढाई से तीन लाख ट्रक तक पहुंचा …

शराब सेवन करने वाले बिहार में हो रही जहरीली शराब से मौत से खौफजदा है … ऐसे में अब नियमित शराब सेवन करने वाले QR कोड स्कैनर अपने मोबाइल में डाउनलोड कर अंग्रेजी शराब के बोतल के गुणवत्ता को परख शराब खरीद रहे है …. बिहार में मात्र साइबर सेल QR कोड डाऊनलोड का आंकड़ा उठा ले तो बेतहासा वृद्धि हुई है …
खबर ये है भी है कुछ जिलों में जहाँ ALTF के दरोगा थाना में लगे है वह भी ब्रांड नई बैच के वह शराब कारोबारी के जन्मदिन के जश्न में भी शरीक हो रहे है और अस्थान वाले इलाके में पॉकेट गर्म कर ठंडा होने भी जा रहे है वैसे कारोबारी के पास जिसने अपने सिंडिकेट के एक कथित साथी के साथ मिल कर पहले दो वर्दी वालों को जेल भेजवाया और बर्खास्त तक की कार्रवाई हुई … ऐसे में हाथी वाली कहानी के बीच शराब का कारोबार बड़े आराम से फलफूल रहा है …