कहते हैं जब आदमी किसी भी पद पर रहते हुए भ्रष्टाचार में लिप्त हो जाए तो उस पद की गरिमा तो जाती ही हैं साथ ही उस पद के नीचे वाले जो करते हैं उसके पीछे मौन समर्थन ही माना जाएगा …. “बोली की गोली” में आज कुछ खास ले कर आए हैं …. ख़ास इस लिए की गुरु जी खुद को पाकसाफ मानते तो हैं लेकिन गुरु जी अपने चेला के प्रेम में दिखार हो गए … गुरु जी गणित में फंसे ही नहीं फेल हो गए … गिनती 640 तक की भूल गए और 407 तक ही सीमित रह गए … उसके आगे भूल गए लेकिन वह अंक को जमीन निगल गया या आसमान लील गया ये समझ से बाहर है …
गुरु जी के चेला और अन्य त्रिकोणीय भूगोल में नक्शा ऐसा बना दिया कि उस भौगोलिक मानचित्र में एक ध्रुव के सामने जमीन का फायदा मिला … फिर उक्त जमीन से आगे गुरु जी ने भूगोल बदल दिया … भौगोलिक स्थिति बदलते वक़्त अच्छा समय मिला … हुआ यूँ कोचिंग के एमडी छुट्टी पर थे … किसी ने एमडी के छुट्टी पर रहने की वजह से जीएम को कॉल कर दिया … नहीं तो 407 वाली गिनती जो याद थी वह भी अदृश्य हो जाता … एमडी जीएम सभी के जानकारी में है कोचिंग का खेल …खेला एक और ऐसा है संस्था का की 13 में लगा भागा तो 6 / 7 हुआ और चेला हुआ मालामाल ..