उत्तर बिहार का केंद्र वाले जिला में इन दिनों नीले धुंए का हाल ये है हर चौक चौराहे के साथ ग्रामीण इलाके में नस्ल बर्बाद करने वाला पुड़िया पहुँचने लगा है … हद तो ये है सभी पुड़िया बिक्रेता स्थानीय स्तर पर सभी जानते हैं … उनके बड़े बड़े आका को भी जानते हैं लेकिन बड़े आका पर शायद ही कोई कार्रवाई दिखती है ..
एक इलाके में दो बड़े कारोबारी थे जो ग्राम वाले पाउडर का थोक विक्रेता बताए जा रहे हैं .. सूत्रों की माने तो पिछले कुछ माह से अब इलाके में दो की जगह चार बड़े कारोबरी हो गए … हाल में बड़का गाड़ी वाले स्वामी के ठिकाने पर छापेमारी भी हुई … बताया जा रहा है वह नए कारोबारियों में से एक हैं … बरामदगी भी हुई जो दो पाउडर के मिश्रण के साथ एक पुड़िया बनता है लेकिन उनकी गिरफ़्तारी नहीं हुई

बड़का बड़का फोटू आता है जैसे बड़े बड़े कारोबारी हैं लेकिन ये पुड़िया वाले ड्रग्स पैडलर्स को पकड़ कर बड़े कारोबारी पर हाथ डालने में हिचक होती है या फिर क्या बात है ये तो पब्लिक है सब जानती है … कई जिलों को जोड़ने वाले क्षेत्र का हाल है अब बड़े कारोबारी चार हो गए लेकिन एक भी पकड़ में नहीं आखिर क्यों ? हम तो सवाल ही छोड़ देते हैं पब्लिक सब जानती है … वही इसी जिला के लाल कोठी वाे क्षेत्र में 7 बड़े कारोबारी हैं उनकी तो बल्ले बल्ले .. हद तो ये है इनके पैडलर काम आते हैं समय समय पर इस वजह से वह बेख़ौफ़ हैं … आधा दर्जन संख्या बल वाले तस्वीर सामने आ जाते हैं लेकिन बड़का बड़का के ना हो भाई