दधीचि देहदान समिति के जागरूकता अभियान के तहत पटना निवासी, 91 वर्षीय कालीचरण अग्रवाल का सम्पूर्ण शरीर आज सुबह 10 बजे IGIMS संस्थान को दान कर दिया गया। दधीचि देहदान समिति के प्रयास से यह 10वा देहदान है। इन्होंने आज से कुछ वर्ष पूर्व दधीचि देहदान समिति का संकल्प पत्र भरा था। बीमारी की अवस्था में भी 7- 8 दिन पूर्व भी अपने संकल्प की जानकारी परिवार वालों को दी थी। iGIMS के निदेशक डा0 मनीष मंडल, एनाटॉमी विभाग के विभागाध्यक्ष डा0 अवनीश कुमार जी की उपस्थिति में परिवार जनों ने मृतक के शरीर को एनाटॉमी विभाग को सुपुर्द किया
मृत्यु को जीवन का अंत न बनाये, संकल्प लेकर नेत्रदान/अंगदान/देहदान करने का संकल्प ले
दधीचि देहदान समिति के महासचिव पद्मश्री विमल जैन, दीघा के विधायक डा0 संजीव चौरसिया,अरुण सत्यमूर्ति, मुकेश हिसारिया, संजीव कुमार यादव,शैलेश महाजन, पवन केजरीवाल,दिनेश कुमार एवं मारवाड़ी महिला समिति पटना शाखा से केसरी देवी अग्रवाल एवं राधेश्याम बंसल जी ने श्रद्धांजलि अर्पित की एवं सभी लोगो की उपस्थिति में शरीर को दान किया गया। इस अवसर पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई जिसमें इस पुण्य कार्य के लिए उनके परिवार को साधुवाद दिया गया एवं मृतक के सद्गति हेतु प्रार्थना की गई। उनके परिवार से राजीव अग्रवाल, मनोज अग्रवाल एवं बेटी अनुरीटा अग्रवाल, सुनीता अग्रवाल जी का देह सुर्पुद करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। इस अवसर पर समिति के महामंत्री पद्मश्री विमल जैन जी ने परिवार के सभी सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित किया तथा अंगदान की मुहिम में मारवाड़ी महिला समिति द्वारा राष्ट्रीय प्रकल्प के रूप में उनके योगदान को रेखांकित किया गया एवं समाज के जागरूक नागरिकों से अनुरोध किया है कि मृत्यु को जीवन का अंत न बनाये, संकल्प लेकर नेत्रदान/अंगदान/देहदान करने का संकल्प ले।
इस अवसर पर समिति मुख्य संरक्षक सुशील कुमार मोदी जी एवं समिति के अध्यक्ष गंगा प्रसाद, महामहिम राज्यपाल, सिक्कम ने भी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर मृतक की आत्मा को सद्गति मिले, इस हेतु प्रार्थना की I
समिति ने आम लोगों को आह्वान किया की महर्षि दधीचि कि इस परम्परा को सार्थक करने का प्रयास करे तथा पीड़ित मानवता कि सेवा में अपना योगदान करें।
इस अवसर पर समिति मुख्य संरक्षक सुशील कुमार मोदी जी एवं समिति के अध्यक्ष गंगा प्रसाद, महामहिम राज्यपाल, सिक्कम ने भी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर मृतक की आत्मा को सद्गति मिले, इस हेतु प्रार्थना की I
समिति ने आम लोगों को आह्वान किया की महर्षि दधीचि कि इस परम्परा को सार्थक करने का प्रयास करे तथा पीड़ित मानवता कि सेवा में अपना योगदान करें।