आर्थिक अपराध इकाई, बिहार में भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए तीन दर्जन से ज्यादा कार्रवाई 2022 में अभी तक किया गया, पिछले वर्ष से लगातार चल रही कार्रवाई में राज्य के भ्रष्ट पदाधिकारियों के विरुद्ध लगातार कार्रवाई की जा रही है. पूर्व से लंबित एवं वर्ष 2021 एवं 2022 में प्रतिवेदित कुल 34 काण्डों में अनुसंधान उपरांत 02 काण्डों में आरोप पत्र समर्पित किया गया कोर्ट में. आरोप पत्र समर्पित के साथ इसी वर्ष 2022 में बिहार विशेष न्यायालय अधिनियम, 2009 में पूर्व में आरोप पत्रित 02 काण्डों में भ्रष्ट लोक सेवकों की सम्पत्ति के समपहरण के संबंध में न्यायालय से न्याय आदेश प्राप्त हुआ आर्थिक अपराध इकाई को. पुलिस पदाधिकारी के साथ डीएसपी लेवल के पदाधिकारी के खिलाफ हुई कार्रवाई, बालू के अवैध उत्खनन परिवहन और भंडारण में संलिप्त भ्रष्ट लोक सेवकों पर शिकंजा कसा गया, कोरोना काल में भी कार्रवाई ऐसी देखी गयी जब बिहार के लोग मौत के शिकार हो रहे तो उस दौरान अवैध कमाई के लिए किए गए अवैध कार्य पर लगाम लगाते हुए छापेमारी और कार्रवाई की गयी
बालू माफियाओं से यारी पर पुलिस सहित अन्य सरकारी कर्मी पर कार्रवाई
आर्थिक अपराध इकाई द्वारा बालू के अवैध उत्खनन परिवहन एवं भण्डारण में संलिप्त भ्रष्ट लोक सेवकों के विरूद्ध एक विशेष अभियान चलाकर सूचना एकत्रित करते हुए संकलित साक्ष्यों के आधार पर कुल 22 अप्रत्य आनुपातिक धनार्जन के काण्ड दर्ज किये गये हैं, जिनके संबंध में गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान प्राथमिकता के आधार पर कराया जा रहा है. बालू काण्डों के अतिरिक्त विगत 02 वर्ष 2021 एवं 2022 में भ्रष्टाचार निरोध अधिनियम, 1988 यथा संशोधित 2018 के तहत कुल 12 काण्ड दर्ज किये गये हैं. जिनमें वर्ष 2021 में 03 तथा वर्ष 2022 में 09 काण्ड दर्ज किये गये हैं. सभी काण्ड अप्रत्य आनुपातिक धनार्जन से संबंधित है. मुख्य काण्डों में भा०पु०से० के 01, बि०पु०से0 के 04 खान एवं भूतत्व विभाग, परिवहन विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, राजस्व विभाग, एवं पुलिस विभाग के पदाधिकारी एवं कर्मी एवं अन्य श्रेणी के पदाधिकारी सम्मिलित है
CM नीतीश कुमार बिहार के छद्म नाम पर सोशल मीडिया हैंडल पर कार्रवाई
मुख्यमंत्री सचिवालय, बिहार से मुख्यमंत्री सचिवालय, बिहार सरकार के आधिकारिक प्रतीक चिन्ह का दुरुपयोग करते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय के नाम से फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल ट्विटर पर संचालित होने की आर्थिक अपराध इकाई, बिहार, पटना को प्राप्त सूचना के आलोक में निर्देशानुसार प्रसंगाधीन मामले में उक्त जांच के क्रम में उक्त सभी आधारों पर सार्वजनिक रूप से सोशल मीडिया ने प्रदर्शित सूचनाओं सामग्री के आधार पर सोशल मीडिया विश्लेषण किए जाने पर सभी तथ्यों के आलोक में यह पाया गया था कि मुख्यमंत्री सचिवालय, बिहार सरकार के आधिकारिक प्रतीक चिन्ह का दुरुपयोग करते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय, बिहार एवं नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार, मुख्यमंत्री कार्यालय, बिहार के छदम नाम से सार्वजनिक रूप से फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल ट्विटर पर सवलत किया जा रहा है, जबकि मुख्यमंत्री सचिवालय, बिहार सरकार द्वारा सोशल मिडिया में ट्वीटर एवं फेसबुक पर भिन्न अधिकारिक सोशल मिडिया अकाउंट संचालित किया जा रहा था जिसपर काण्ड संख्या 03/22 दर्ज कर फर्जी हैंडलर पर हुई कार्रवाई
IPS N.H KHAN ADG EOU
परीक्षा पेपर लीक मामले का खुलासा ‘ आरोपी गिरफ्तार
दिनांक 08.05.2022 को समय 12:00 बजे अपराहन से बिहार लोक सेवा आयोग के द्वारा राज्य के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर 67 वी संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा आयोजित थी, इस संबंध में आर्थिक अपराध इकाई, बिहार, पटना को यह सूचना प्राप्त हुई थी कि परीक्षा प्रारंभ होने के तय समय से पूर्व ही प्रश्न पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो गया है, साथ ही यह भी सूचना प्राप्त हुई कि भोजपुर जिले के बीर कुबेर सिंह महाविद्यालय, आरा अवस्थित परीक्षा केन्द्र पर अभ्यर्थियों द्वारा परीक्षा में धांधली का आरोप लगाकर हंगामा किया गया, एवं परीक्षा का बहिष्कार किया गया है तथा प्रश्न पत्र तथा ओ०एम०आर०शीट का फोटो खींचकर वायरल किया जा रहा है एवं केन्द्र अधीक्षक तथा अन्य लोगों पर BPSC की परीक्षा में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया गया है. इस संबंध में कई विडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहे है. इस संबंध में बिहार लोक सेवा आयोग के द्वारा किए गए अनुरोध पत्र 437/ लो० से० अ०, दिनांक 08.05.2022 के क्रम में पुलिस महानिदेशक के पत्रांक 60 म०नि०नि०, दिनांक 08.05.2022 के माध्यम से जांच करने का निर्देश निर्गत किया गया आर्थिक अपराध इकाई में, EOU द्वारा इस मामले में अति गोपनीयता के साथ आरोपियों की गिरफ़्तारी की गयी, पेपर लीक मामले में प्रयाप्त साक्ष्य आरोपियों के पास से बरामद किया गया, जो आगे कोर्ट में प्रदर्श के रूप में ठोस सांख्य मौजूद है,
न्यूज़ पोर्टल पर कार्रवाई
जनता जंक्शन न्यूज पोर्टल द्वारा झूठी खबर फैलाकर लेशी सिंह मंत्री खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग, बिहार सरकार की छवि धूमिल करने के संबंध में प्रसागिक पत्र एवं साथ संलग्न आलेख एवं सलग्न पेनड्राइव में संरक्षित सॉफ्ट कॉपी सामग्री तथा उल्लेखित मामले में जनता जक्शन न्यूज पोर्टल द्वारा सोशल मिडिया में सार्वजनिक रूप से प्रचारित सामग्री की जांच आर्थिक अपराध इकाई द्वारा की गयी, जनता जंक्शन नाम से सोशल मिडिया में यूट्यूब, फेसबुक, इंस्ट्राग्राम एवं ट्वीटर तथा विशिष्ट रूप से यूटयूब पर न्यूज पोर्टल चैनल द्वारा सार्वजनिक रूप से मुख्य रूप से बिहार एवं उत्तर प्रदेश के राजनीतिक एवं समसामायिकी विषयों पर विडियों एवं सदृश्य प्रकृति की सामग्री एवं इनपर विश्लेषण की सामग्री प्रचारित की जा रही थी , जनता जंक्शन द्वारा सोशल मिडिया में यूटयूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम एवं ट्वीटर तथा विशिष्ट रूप से यूटयूब पर प्रचारित सामग्री के प्रथमदृष्टया विश्लेषण से कतिपय सामग्री प्रथमदृष्टया आपतिजनक / तथ्यहीन / भ्रामक पाया गया आर्थिक अपराध इकाई के जांच में
EOU द्वारा बढ़ते साइबर अपराध को चैलेंज के रूप में लिया गया
ऐसे कई मामलों में रिकार्ड कार्रवाई 2022 में सामने आयी आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा, पिछले दो वर्षों में अपने विभाग से जुड़े पदाधिकारी पर भी कार्रवाई से पीछे नहीं रहा विभाग, ADG नैय्यर हसनैन खान के नेतृत्व में विभाग के 1 एसपी स्तर के अधिकारी और 14 डीएसपी लेवल के साथ अन्य EOU कर्मी और EOU के टेक्निकल शेल के द्वारा जिस लगन के साथ भ्रष्ट लोक सेवकों पर शिकंजा कसा गया यह बिहार में EOU द्वारा सराहनीय कार्य रहा, सिर्फ भ्रष्ट लोक सेवकों पर ही नहीं ये विभाग आर्थिक अपराध इकाई, बिहार, पटना राज्य में आर्थिक एवं साइबर अपराधों पर प्रभावी रोकथाम लगाने हेतु राज्य स्तरीय नोडल एजेंसी एवं बिहार पुलिस की विशिष्ट इकाई भी है, तकनीक के विकास के साथ-साथ साइबर अपराधों में वृद्धि के दृष्टांत सामने आ रहे हैं, भौतिक अपराध: डीजिटल अपराध में परिवर्तित हो रहे हैं, आर्थिक अपराध इकाई द्वारा बढ़ते साइबर अपराध को चैलेंज के रूप में लिया गया और इस अपराध के खिलाफ में ठोस कार्रवाई में अक्सर तत्पर रहते हुए समय समय पर ट्रेनिंग प्रोग्राम चला कर और लोगों को जागरूक करने का भी कार्य किया जा रहा है