पटना सिटी, 74 वर्षीया हरजीत कौर के देहांत के पश्चात दधीचि देहदान समिति की पहल से परिवार ने नेत्रदान कराया। आज उनके आवास पर लोकप्रिय राजनेता एवं दधीचि देहदान समिति के मुख्य संरक्षक, राज्यसभा सांसद, सुशील कु0 मोदी, महासचिव पद्मश्री विमल जैन एवं समिति के सदस्यों द्वारा धार्मिक ,परोपकारी परिवार को अंगवस्त्र एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया । उनके पुत्र स्वर्णजीत सिंह,गुरमीत सिंह एवं भारत विकास परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष विवेक माथुर के सहयोग से नेत्रदान की पहल की गई l
श्रीमती हरजीत कौर की आंखों सें कम से कम दो नेत्रहीनों को दृष्टि मिल सकेगी। मृत्यु सुनिश्चित है परन्तु मृत्यु के पश्चात भी अमर होनें का श्रेष्ट तरीका है..नेत्रदान।
सांसद ने कहा कि अस्पताल के तमाम डॉक्टर्स एवं स्टाफ ने नेत्रदान नही करने दिया तथा IGIMS की पूरी टीम और परिजनों से अभद्र व्यवहार किया ऐसा एक प्रतिष्टित अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा मानवीयता को शर्मसार करने वाला यह कृत्य घोर निंदनीय है ।
अतःअस्पताल से मृतक को सड़क पर लाकर नेत्र अधिकोष की एम्बुलेंस में नेत्रदान सम्पन्न कराया गया था। अस्पताल की मनमानी की शिकायत प्रधानमंत्री से लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से की गई। इसके बाद पटना के जिलाधिकारी द्वारा जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है।
इस अवसर पर समिति के सदस्य गण प्रदीप चौरसिया, मुकेश हिसारिया, विनीता मिश्रा, अरुण सत्यमूर्ति, आनंद प्रधान नंदकिशोर अग्रवाल,संजीव कुमार यादव,पवन केजरीवाल ने पुष्पांजलि अर्पित कर विनयांजलि अर्पित की
महासचिव पदमश्री विमल जैन ने उपस्थित परिवार के सदस्यों एवं मोहल्ले के लोगों को आह्वान किया की महर्षि दधीचि कि इस अंगदान की परम्परा को पुनर्जीवित करें तथा पीड़ित मानवता कि सेवा में अपना योगदान करें।